टीएसी जांच को आई टीम, सड़क खुदवा कर लिए सेंपल
नगर निगम द्वारा चार माह पहले साठ फुटा रोड का कराया निर्माण जांच में मानक से कम मिली सड़क की मोटाई गुणवत्ता भी खराब
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कुछ माह पहले लाखों के बजट से बने साठ फुटा रोड में घपले की परतें शनिवार को टीएसी की जांच में उखड़ गई। बनने के चार महीने बाद सड़क की पोल खुल गई थी। शिकायत शासन तक पहुंची और जांच के आदेश दिए गए। शनिवार को आगरा से आई अधिकारियों की टीम ने जब सड़क के मानक नापे तो हकीकत सामने आ गई। सड़क कहीं भी मानक को पूरा करती नहीं दिखी। इस मामले में कार्रवाई तय मानी जा रही है।
नगर निगम प्रशासन द्वारा 50 लाख के बजट से नगला बरी चौराहे से बम्बा बाइपास तक की साठ फुटा रोड का निर्माण कराया गया है। लगभग दो किमी की सड़क को बनाने में मानकों की धज्जियां उड़ती रहीं लेकिन जिम्मेवार चुप्पी साधे रहे। काम खत्म होने के बाद जब बारिश आई तो पोल खुल गई। क्षेत्रीय पार्षद शारिक सलीम व जनता द्वारा घटिया निर्माण के संबंध में सदर विधायक मनीष असीजा से मिलकर शिकायत की गई थी। जनता की शिकायत पर सदर विधायक ने शासन तक मामला भेजा। शासन द्वारा मंडलायुक्त को निर्माण कार्य की टीएसी जांच कराने के निर्देश दिए थे। मंडलायुक्त अनिल कुमार के निर्देश पर आरइडी के अधीक्षण अभियंता विजेंद्र कुमार, टीएसी के सदस्य, सिचांई विभाग के एक्सईएन नीरज त्यागी टीम के साथ दोपहर में दो बजे निर्माण कार्य की जांच के लिए साठ फुटा रोड पर पहुंचे और दो घंटे तक जांच की। इस दौरान सदर विधायक मनीष असीजा, नगर निगम से निर्माण विभाग के सहायक अभियंता अतुल पांडेय, जेई प्रवीन कुमार, अमित कुमार भी मौके पर पहुंचे।
कहीं नहीं मिली 15 सेमी की मोटाई.. तकनीकी जांच समिति ने सड़क के मानकों का परीक्षण किया। कोलतार की सड़क की मोटाई का मानक 15 सेमी तय था, मगर किसी भी जगह इतनी मोटाई नहीं मिली। कहीं नौ सेमी मोटी सड़क थी तो कहीं आठ। ठेकेदार मौके पर मौजूद नहीं थे। टीम में सड़क खुदवा कर सेंपल एकत्रित किए, जिन्हें जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।