पहली बार 3500 परिवार अपने घर में मनाएंगे दीपावली
फीरोजाबादजागरण संवाददाता। संत नगर की शांति देवी की खुशी का ठिकाना नहीं है। वह सरकार की मदद से बने घर की रंगाई-पुताई में लगी हैं। शांति देवी अकेली नहीं हैं। कबीर नगर की ममता देवी के लिए भी ये दीवाली खुशियों की सौगात लेकर आई है। आधी से अधिक उम्र अपना घर होने के इंतजार में बीता चुके 3500 परिवार पहली बार अपने घर में दीप जलाएंगे।
फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता। संत नगर की शांति देवी की खुशी का ठिकाना नहीं है। वह सरकार की मदद से बने घर की रंगाई-पुताई में लगी हैं। शांति देवी अकेली नहीं हैं। कबीर नगर की ममता देवी के लिए भी ये दीवाली खुशियों की सौगात लेकर आई है। आधी से अधिक उम्र अपना घर होने के इंतजार में बीता चुके 3500 परिवार पहली बार अपने घर में दीप जलाएंगे। खुशियों को नजर न लगे इसके लिए घर सजाने के बाद उन्होंने बुरी नजर का निशान भी मुंडेर पर टांग दिया है। यह सभी वह परिवार हैं जो मेहनत मजदूरी करके अपना भरण पोषण करते हैं। शांति देवी(52) का परिवार 30 साल से भी अधिक समय से लाइनपार किराए की एक कोठरी में बसर करता रहा। ममता देवी का मजदूर परिवार की भी यही कहानी है। वह 22 साल से किराए की अंधेरी कोठरियों में गरीबी से लड़ती रहीं। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत अब इनके आवास बनकर तैयार हो गए हैं।
लेबर कॉलोनी में किराए के मकान में रहने वाली विधवा बाला देवी(48) ने बताया कि वह 20 साल से दूसरों के मकान में रहकर मजदूरी करती रहीं। पीएम आवास योजना के दम पर ही पहले प्लॉट खरीदा फिर तीन बार में मिले ढाई लाख रुपये की मदद से एक कमरा, शौचालय, किचन, आंगन और बैठक बनवा ली। मकान की रंगाई, पुताई होने के साथ ही लाइट की फिटिग भी हो गई हैं। करीब 20 साल बाद उनका परिवार दीपावली अपने घर में मनाएगा। इससे त्योहार की खुशियां कई गुना बढ़ गई हैं।
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पीएम आवास योजना आंकड़ों की नजर से:
-27 हजार आवेदकों की हुई जिया टैगिग
-23 हजार को मिल चुकी है पहली किश्त
-12500 को जारी हो चुकी है दूसरी किश्त
-3558 परिवारों को मिली तीसरी किश्त
-22,486 आवास बनने हैं मार्च 2020 तक क्या है नियम-
इस योजना में चयनित लाभार्थी को तीन किस्तों में 2.50 लाख रुपये सरकार से मकान बनाने को मिलते हैं। करीब 350 वर्गफुट का भूखंड और 86 हजार रुपये लाभार्थी को जुटाने होते हैं। 'दीपावली से पहले फीरोजाबाद जिले में 3500 आवास तैयार हो चुके हैं। योजना में इन सभी को आवास निर्माण आखिरी किश्त पचास हजार जा चुकी है। इनकी दीपावली अपने घर में मनेगी।'
सुभाषवीर सिंह राजपूत, परियोजना अधिकारी डूडा।