मोहब्बत मिली और न साथ रह पाए रिश्ते
मोहब्बत पाने के लिए उसने अपने ही मांग का ¨सदूर उजाड़ डाला। उसके बेटे ने ही बीते दिनों उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। ऐसे में उसे न तो मोहब्बत मिली और न ही रिश्ते ही साथ रह पाए। अब उसका मासूम बेटा अनाथ हो गया है, जिसे पुलिस ने फिलहाल पड़ोसी महिला को सौंपा है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: मोहब्बत पाने के लिए उसने अपने ही मांग का ¨सदूर उजाड़ डाला। जेल से छूटकर प्रेमी के साथ घर बसाया, मगर सब कुछ उजड़ गया। बेटे की गोली का शिकार बनी मृतका बेबी का शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखा रहा, लेकिन कोई भी सामने नहीं आया।
किराए के मकान में रहने वाली बेबी ने प्रेमी गुड्डा के साथ मिलकर 2009 में अपने पति रामवीर की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने प्रेमी से कोर्ट मैरिज कर ली। आदित्य के पैदा होने के एक साल बाद वह प्रेमी से अलग हो गई। बुधवार को बड़े बेटे गुलशन ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद न तो मायके वाला कोई आया और न ही ससुराल वाला। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया। इसके बाद मायके और ससुरालवालों को खबर दी, लेकिन कोई नहीं आया। यहां तक कि टूंडला में रहने वाली उसकी बहन ने भी शव लेने से इन्कार कर दिया। इसके चलते पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इंस्पेक्टर बीडी पांडे का कहना है कि गुड्डा का पता नहीं लग रहा है। परिजनों के न आने पर पुलिस अंतिम संस्कार कराएगी।
तहरीर देने वाला भी नहीं, इंस्पेक्टर ने दर्ज कराया मुकदमा
परिवारवालों के सामने न आने पर इंस्पेक्टर ने वादी बनकर उसके बेटे गुलशन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। दिल्ली में मजदूरी करने वाले गुलशन का सुराग नहीं लगा।