Move to Jagran APP

कायस्थ समाज ने किया कलम दवात का पूजन

जागरण संवाददाता फीरोजाबाद कायस्थ समाज ने सोमवार को भगवान चित्रगुप्त की जयंती हर्षोल्लास से मना

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 06:38 AM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 06:38 AM (IST)
कायस्थ समाज ने किया कलम दवात का पूजन
कायस्थ समाज ने किया कलम दवात का पूजन

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कायस्थ समाज ने सोमवार को भगवान चित्रगुप्त की जयंती हर्षोल्लास से मनाई। घरों में कलम दवात के पूजन के साथ ही मंदिरों में हवन हुए। वरिष्ठजनों ने सामाजिक एकता बनाए रखने पर जोर दिया।

loksabha election banner

चित्रगुप्त को सभी प्राणियों के पाप पुण्य का लेखा जोखा रखने वाला देवता माना जाता है। वह सभी के कर्मो को लिखते हैं। उसी के अनुसार प्राणियों को फल दिया जाता है। परंपरा के अनुसार जयंती से दो दिन पहले यानि दीपावली के दिन से कायस्थ समाज के लोग कलम, पैन, पेंसिल छोड़ देते हैं। इसके बाद भैया दूज के दिन कलम दावत का पारंपरिक पूजन करने के बाद भी उसका उपयोग शुरू करते हैं।

इस परंपरा को निभाते हुए सोमवार को कई घरों में सुबह भगवान चित्रगुप्त का विधि विधान से पूजन हुआ। शाम को सुहाग नगर स्थित चित्रांगेश्वर महादेव मंदिर में सामूहिक पूजन एवं हवन किया गया। इसमें शहर के कई परिवार शामिल हुए। कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री विश्वविमोहन कुलश्रेष्ठ ने बताया कि भगवान चित्रगुप्त ही यमराज के रूप में लोगों को उनके बुरे कर्मो का दंड और धर्मराज के रूप में अच्छे कर्मो का फल देते हैं।

------

चित्रगुप्त जयंती पर कायस्थ समाज ने लिया एकजुटता का संकल्प

टूंडला में सोमवार को कायस्थ समाज द्वारा भगवान चित्रगुप्त की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान उन्होंने कलम दवात का पूजन किया। सभी ने आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर संगठित होने का संकल्प लिया।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा टूंडली स्थित हठीले हनुमान मंदिर पर भगवान चित्रगुप्त की जयंती मनाई गई। समाज के प्रबुद्ध लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान डा. चेतन बिहारी सक्सेना ने कहा कि धरती के समस्त प्राणियों का लेखा जोखा रखने का काम भगवान चित्रगुप्त के पास है। वहीं पूरी धरती के प्राणियों का लेखा जोखा रखते हैं और उसी प्रकार से उन्हें दंड देते हैं। संगठन अध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि बदलते परिवेश में कायस्थ समाज आपसी विघटन के कारण हर क्षेत्र में पिछड़ता जा रहा है। दीपेश श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ समाज कलम का धनी होता है। परंतु सरकारी नौकरी में कायस्थ समाज न के बराबर रह गया है। आज समय की जरूरत है, कि समाज एकजुट होकर अपनी शक्ति का अहसास कराएं। इस दौरान राजीव श्रीवास्तव, राममोहन श्रीवास्तव, मयंक श्रीवास्तव, नितिन श्रीवास्तव, सार्थक श्रीवास्तव, मनोज सक्सेना, रुचित कुलश्रेष्ठ, देवांश श्रीवास्तव, आरती श्रीवास्तव, पिकी श्रीवास्तव, प्रियंका श्रीवास्तव आदि मौजूद रहीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.