टॉयलेट की खिड़की न होती तो शोला बन जाता कोच
फीरोजाबाद जागरण संवाददाता। बुधवार देर रात कानपुर के पास का¨लदी एक्सप्रेस में हुआ विस्फोट दशहतगर्दो की बहुत बड़ी साजिश थी। जनरल कोच के टॉयलेट में विस्फोटक रखा तो इसलिए था कि संकुचित स्थान पर विस्फोट का भयावह मंजर होता। मगर टॉयलेट की खिड़की ने पूरी कोच को शोला बनने से बचा लिया।
जेएनएन, आगरा: बुधवार देर रात कानपुर के पास का¨लदी एक्सप्रेस में हुआ विस्फोट दशहतगर्दो की बहुत बड़ी साजिश थी। जनरल कोच के टॉयलेट में विस्फोटक रखा तो इसलिए था कि संकुचित स्थान पर विस्फोट का भयावह मंजर होता। मगर टॉयलेट की खिड़की ने पूरी कोच को शोला बनने से बचा लिया।
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस के जनरल कोच के टॉयलेट में धमाका होने की खबर मिलते ही आगरा फोरेंसिक लैब के डिप्टी डायरेक्टर सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम बुधवार रात 12:30 बजे टूंडला स्टेशन पहुंच गई थी। गुरुवार सुबह सवा पांच बजे ट्रेन के रुकते ही आरपीएफ, जीआरपी के अलावा डॉग और बम स्क्वाड ने ट्रेन को घेर लिया। फोरेंसिक टीम ने लगभग 40 मिनट तक जांच कर धमाके के सुबूत जुटाए। इसकी रिपोर्ट आने में एक सप्ताह लग सकता है। इसलिए टॉयलेट में रखा था विस्फोटक
फोरेंसिक लैब के सूत्र बताते हैं कि विस्फोटक पदार्थ को कोच के टॉयलेट में रखना एक भयावह साजिश थी। टॉयलेट में स्थान कम होने के कारण विस्फोटक की तीव्रता बढ़ जाती है। इससे आग लगने की पूरी आशंका थी। जनरल कोच के टॉयलेट के पास यात्रियों का काफी सामान रखा रहता है। इससे पूरी कोच में आग जल्दी फैलती। मगर, टॉयलेट की खिड़की के कारण विस्फोटक की तीव्रता उतना असर नहीं दिखा सकी इन बिंदुओं पर जांच कर रहे वैज्ञानिक
-विस्फोट में किस पदार्थ का इस्तेमाल किया गया था।
-विस्फोट रिमोट से किया गया या फिर उसमें पहले से टाइम सेट किया था।
-विस्फोट कितनी तीव्रता वाला था? इससे कितनी क्षति होती? बॉक्स:: जनरल कोच में सवार था संदिग्ध: चश्मदीद
टूंडला: का¨लदी एक्सप्रेस के जनरल कोच के टॉयलेट में धमाका हुआ था। उसी कोच में सेना के जवान राहुल चौधरी भी यात्रा कर रहे थे। चश्मदीद के मुताबिक, उस कोच में एक चेहरा ढके एक व्यक्ति भी घुसा था। उसके कुछ देर बाद ही धमाका हो गया था। धमाका होने के बाद उसने संदिग्ध को पकड़कर कानपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। चेकिंग से यात्रियों में दहशत
फीरोजाबाद: बुधवार देर रात दिल्ली की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस जहां-जहां से गुजरी, हर स्टेशन पर सघन जांच की गई। फीरोजाबाद और शिकोहाबाद स्टेशनों पर भी चे¨कग चलती रही। भारी-भरकम सुरक्षा बल देख यात्रियों में दहशत बनी रही। डॉग स्क्वाड और बीडीएस की टीम ने यात्रियों के सामान की तलाशी ली। जीआरपी इंस्पेक्टर यशपाल ¨सह तोमर ने बताया कि चे¨कग में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।