होलिका की रखवाली को जागते रहे मुस्लिम भाई
सुकून से गुजरा शब-ए-बरात सोमवार को जिले में आपसी सौहार्द से मना त्योहार होलिका कब्रिस्तान और मस्जिदों पर लगी थी गण्यमान्य लोगों की ड्यूटी। सुकून से गुजरा शब-ए-बरात सोमवार को जिले में आपसी सौहार्द से मना त्योहार होलिका कब्रिस्तान और मस्जिदों पर लगी थी गणयमान्य लोगों की ड्यूटी।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: होली और शब-ए- बरात का पर्व जिले में सोमवार को शांति और सौहार्द के साथ मना। प्रशासन की सूझबूझ के साथ ही हिदू मुस्लिम समाज का आपसी प्रेम और धर्म गुरुओं की अपील काम आई। एक दूसरे के त्योहार में कोई खलल न पड़े इसका पूरा ध्यान रखा। लेबर कालोनी में मुस्लिम समाज के लोगों ने होलिका पर पहरा दिया। इस तरह शब-ए- बरात भी सुकून से गुजर गया।
इस बार दोनों त्योहार एक साथ थे। इन्हें शांतिपूर्वक संपन्न कराना प्रशासन के लिए चुनौती थी। इसके लिए कई दिनों से प्रयास चल रहे थे। मिश्रित आबादी के इलाकों में जहां- जहां होली रखी गई थी वहां स्थानीय हिदू समाज के और मस्जिद व कब्रिस्तानों पर मुस्लिम समाज के पांच-पांच गण्यमान्य लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी।
लेबर कालोनी में टंकी के नीचे रखी गई होली की मुस्लिम समाज के लोग पहरेदारी करते दिखे। सुबह चार बजे जब होली जली तो वहां पार्षद प्रतिनिधि गुलशन खान के साथ ही एडवोकेट सलीम खान भी मौजूद थे। आग की लपटें बिजली के तारों तक पहुंच रही थीं। इसको देख उन्होंने एहतियातन सब स्टेशन पर फोन कर कुछ देर के लिए शटडाउन कराया, जिससे कोई हादसा न हो। इस दौरान घर से मस्जिद और कब्रिस्तान जा रहे मुस्लिम समाज के अन्य लोगों ने भी होलिका दहन देखा। इसी तरह के नजारे राजा राम की पुलिया, करबला चौराहा, नई बस्ती में भी देखने को मिला।
एक दूसरे को देते रहे बधाई:
करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खां ने रविवार की रात अपनी टीम के साथ सदर बाजार, राजपूताना, जामा मस्जिद, लेबर कालोनी, हाजीपुरा, रसूलपुर आदि क्षेत्रों का भ्रमण कर मस्जिद और कब्रिस्तान के साथ ही होलिका दहन के स्थल भी देखे। वहां उपस्थित मिले लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने बताया कि मिश्रित आबादी के इलाके में दोनों समाज के लोग एक दूसरे को उनके त्योहारों की बधाई देते मिले।