यहां तो अंडा फेंककर मांगी जाती है मुराद
नगरसेन बाबा का विख्यात प्राचीन मंदिर शहर से करीब आठ किमी दूर मटसेना रोड पर बिलहना गांव में है। यहां प्रति वर्ष वैशाख की अष्टमी से तीन दिवसीय मेला लगता है। यहां की अनोखी परंपरा है कि नगरसेन बाबा पर अंडा फेंककर मन्नत मांगी जाती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि ऐसा करने से मन्नत जरूर पूरी होती है। मेले में स्थानीय के साथ ही दूसरे जिलों व प्रांतों से भी श्रद्धालु आते हैं।
फीरोजाबाद: जागरण संवाददाता। नगरसेन बाबा का विख्यात प्राचीन मंदिर शहर से करीब आठ किमी दूर मटसेना रोड पर बिलहना गांव में है। यहां प्रति वर्ष वैशाख की अष्टमी से तीन दिवसीय मेला लगता है। यहां की अनोखी परंपरा है कि नगरसेन बाबा पर अंडा फेंककर मन्नत मांगी जाती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि ऐसा करने से मन्नत जरूर पूरी होती है। मेले में स्थानीय के साथ ही दूसरे जिलों व प्रांतों से भी श्रद्धालु आते हैं।
मंदिर की स्थापना करीब सौ वर्ष पूर्व दिवाकर समाज ने की थी। तब से अब तक हर वर्ष वैशाख की अष्टमी से तीन दिवसीय मेला लगता है। मंदिर की अनोखी परंपरा यहां पहली बार आने वाले श्रद्धालुओं को चौंका देती है। यहां श्रद्धालु मंदिर में अंडा फेंक कर मन्नत मांगते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से मन्नत पूरी हो जाती है। वहीं मन्नत पूरी होने पर लोग अपने बच्चों का मुंडन भी कराते हैं।
बच्चा बीमार होने पर की थी मंदिर की स्थापना
मंदिर की स्थापना के संबंध में मेला कमेटी पदाधिकारी पूर्व प्रधान जगन्नाथ दिवाकर एवं पुजारी विनोद कुमार बताते हैं कि पूर्वज दयाराम और रामदयाल ने लगभग सौ वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण कराया था। उनका बच्चा बीमार हो गया था, तब उन्होंने बच्चा ठीक होने की नगरसेन बाबा से मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर पूर्वजों ने मंदिर की स्थापना कराई थी।
धीरे-धीरे बढ़ती गई मान्यता
शुरुआत में तो सिर्फ दिवाकर समाज के ही लोग ही पूजा-अर्चना करते थे। धीरे-धीरे गांव के अन्य समाज के लोग नगरसेन बाबा में आस्था रखने लगे। अब यहां जनपद के अलावा, आगरा, एटा, मैनपुरी, इटावा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब से भी महिला एवं पुरुष श्रद्धालु आते हैं।
शुक्रवार से उमड़ रहे श्रद्धालु
मंदिर पर तीन दिवसीय मेला शुक्रवार को शुरू हो चुका है। पहले दिन गांव और आसपास के श्रद्धालुओं ने मंदिर की परंपरा निभाते हुए मन्नत मांगी। पुजारी विनोद कुमार ने बताया कि शनिवार एवं रविवार को श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही।