मौसम का सितम जारी, बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिता
जिले के कई हिस्सों में आधी रात से सुबह तक रुक-रुक हुई बारिश दोपहर में थोड़ी देर चमकने के बाद बादलों की ओट में छिपा सूरज।
जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद: जिले में मौसम का सितम जारी है। कई दिन से घुमड़ रहे बादल शुक्रवार रात बरस पड़े। जिले के कई हिस्सों में सुबह तक रुक रुक कर बारिश होती रही। इससे किसानों की चिता बढ़ गई है। शनिवार को दोपहर में सूरज कुछ देर के लिए चमक कर बादलों की ओट में छिप गए। अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रहा।
15 दिन से मौसम खराब है। आठ जनवरी को बारिश के साथ ओलावृष्टि के बाद कई दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए। इससे ठंड अपने चरम पर पहुंच गई है। दिन में भी पहाड़ी इलाकों जैसे हालात होने से आम जनजीवन प्रभावित है। गुरुवार और शुक्रवार को दोपहर में दो से तीन घंटे धूप निकलने से लोग थोड़ी राहत महसूस कर रहे थे, लेकिन शुक्रवार रात मौसम और खराब हो गया। आधी रात से टूंडला और नारखी में बारिश शुरू हो गई। जो रुक रुक कर सुबह तक हुई। फिरोजाबाद में भी सुबह छह बजे से बरसात हुई तो सात बजे थमी।
इससे सुबह ठिठुरन बढ़ गई। बारिश के कारण लोग घरों से नहीं निकल सके। शहरी क्षेत्र में इस बारिश से सड़कों पर जहां जलभराव और कीचड़ हो गया। वहीं ग्रामीण इलाकों की राहों पर फिसलन हो गई। इस बारिश ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। मौसम में सुधार न हुआ तो आलू, सरसों और गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है।
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- नारखी में बार बार टूट रहा कुदरत का कहर
नारखी क्षेत्र में कुदरत का कहर बार बार टूट रहा है। आठ जनवरी को सबसे ज्यादा ओलावृष्टि और बारिश नारखी क्षेत्र में ही हुई थी। जिससे सरसों और आलू के साथ ही मिर्च और गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ था। प्रशासन ने इस क्षेत्र के 14 गांवों में फसलें बर्बाद होने की भरपाई के लिए मुआवजा राशि के रूप में शासन से 92 लाख रुपये की मांग की है। अभी तक शासन से स्वीकृति नहीं मिल पाई। इस बीच फिर से बारिश हो गई। इससे खेतों में नमी बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि यदि मौसम जल्द नहीं सुधरा तो फसलों को बड़ा नुकसान होगा।
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वायु प्रदूषण भी बढ़ा
बारिश के बाद भी वायु प्रदूषण का ग्राफ बढ़ रहा है। शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स जहां 229 था। जो शनिवार को बढ़कर 280 है। जबकि मानक 100 का है।