विकास की चुगली कर रही रहचटी और दखिनारा की दुर्दशा
इलेक्शन एक्सप्रेस- रहचटी से ग्राम पंचायत दखिनारा तक तीन गांव के ग्रामीण बोले छलावा करते आए जनप्रतिनिधि।
संवाद सहयोगी, शिकोहाबाद: कस्बा से सटे हुईं तीन ग्राम पंचायतें रहचटी, बिदरखा और दखिनारा। यहां के ग्रामीणों की जुबानी जनप्रतिनिधियों के विकास कराने के दावों की पोल खोल रही हैं। तीनों गांवों में ऊबड़-खाबड़ सड़कें, गलियां, खराब नल और जलभराव की समस्या अनदेखी के हालात बयां कर रहे हैं। पंचायत चुनाव में 'दैनिक जागरण' की इलेक्शन एक्सप्रेस को रहचटी से दखिनारा तक ग्राम पंचायत क्षेत्रों में कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली।
सुबह 11 बजे पहला पड़ाव तहसील से सटा गांव रहचटी था। घरों के बाहर गलियों में बुजुर्ग, युवा चुनाव पर चर्चा कर रहे थे। विकास की बात शुरू करते ही 65 वर्षीय रमेशचंद्र बोले कि सात माह पूर्व सड़क बनवाई थी, जो चंद माह बाद ही ऊबड़-खाबड़ हो गई। विपिन कुमार बोले कि जनप्रतिनिधि हर चुनाव में विकास कराने की बात कहते हैं, लेकिन गांव अब भी बदहाल है।
यहां से बाइक एक किमी आगे ग्राम बिदरखा पहुंची। महिलाएं चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों पर चर्चा कर रही थीं। जब उनसे बात शुरू की तो उषा देवी कहने लगीं कि गांव में पानी की समस्या तो दूर हो नहीं सकी है। उनकी बात को काटते हुए गीता देवी बोल उठीं- काहे के जनप्रतिनिधि। गांव का तालाब गंदगी से भरा पड़ा है। जिससे उठती दुर्गंध के कारण आसपास रहना मुश्किल हो चुका है।
दूसरी गली में पेड़ की छांव में बैठे हरी सिंह का कहना था कि चार साल से हैंडपंप खराब पड़े हैं। ज्ञान सिंह कह रहे थे कि अब तक शौचालय तो बन नहीं पाए हैं। गंदगी से परेशान हैं। राजवीर, रघुनाथ, प्रदीप आदि ग्रामीण भी उनकी बात से सहमत थे।
इसके बाद, बाइक ने गांव दखिनारा की ओर रुख किया। यहां चुनावी चौपाल में समस्याओं का बाजार गर्माया था। 40 वर्षीय राजाबेटी बोलीं-चुनाव में तमाम जनप्रतिनिधि दावे कर रहे हैं। हम अबकी बार उसे मतदान करेंगे, जो गांव में विकास कराएगा। तभी पास में बैठीं विमलेश बोलीं-गलियों में बह रहा पानी विकास की पोल खोल रहा है। कई बार जनप्रतिनिधियों से कहा, लेकिन अभी तक समस्या से निजात नहीं मिल सकी।