1289 किसानों को एक माह से मुआवजे का इंतजार
नौ मार्च को ओलावृष्टि और बारिश से तबाह हो गई थी फसलें चंद्रवाड़ कुर्रीकूपा और वासदेवपुर में कुदरत ने बरपाया था कहर।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कुदरत की मार झेल चुके सदर तहसील के 1289 किसान सरकारी मुआवजे का मरहम पाने के लिए एक महीने से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार से उन्हें राहत का अभी कोई संकेत नहीं मिला है। एक महीने पहले इन किसानों की सैंकड़ों हैक्टेअर गेहूं और सरसों की फसलें बर्बाद हो गई थीं।
नौ मार्च की रात जिले के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। ग्राम पंचायत चंद्रवाड़, कुर्रीकूपा और वासदेवपुर में खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों और दूसरी पकी फसलों को काफी नुकसान हुआ था। ये फसलें खेत में बिछ गई थीं। खेतों में ओलों की मोटी परत जम गई थी। कई पक्षी भी मर गए थे। अगले दिन शिकोहाबाद विधायक डा. मुकेश वर्मा के साथ ही एसडीएम सदर राजेश वर्मा ने इन इलाकों का भ्रमण किया था। इस दौरान 80 फीसद नुकसान तक का आंकलन किया गया।
लेखपालों की टीम ने सर्वे किया तो 1309 हैक्टेअर में फसल बर्बाद होने की रिपोर्ट भेजी। इसके बाद जिला प्रशासन ने पीड़ित किसानों को मुआवजा बांटने के लिए 48.35 लाख रुपये की मांग शासन से की, लेकिन अब तक एक रुपये का बजट भी नहीं आया है। किसान बर्बाद हो चुकी फसल खेत से समेटने के बाद अब मदद मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
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इन फसलों में हुआ 33 फीसद से अधिक नुकसान
- 1149 हैक्टेअर गेहूं
- 142 हैक्टेअर सरसों
- 18 हैक्टेअर अन्य फसलें
- 13,500 रुपये प्रति हैक्टेअर तय है मुआवजे की दर
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- ग्राम पंचायतवार प्रभावित किसानों की संख्या
- चंद्रवार -- 590
- कुर्री कूपा -- 448
- वासदेवपुर -- 251
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तहसील से विस्तृत सर्वे रिपोर्ट आने के बाद शासन से 25 मार्च को मुआवजे की मांग का पत्र भेजा था। उम्मीद है जल्द धनराशि का आवंटन होगा।
- आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, एडीएम