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पीएम साहब, यहां तो रेहड़ी वाले कर रहे मदद का इंतजार

फीरोजाबाद जासं कोरोना काल में बेरोजगार हुए स्ट्रीट वेंडर की मदद के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना एक उम्मीद की किरण बनकर आई। नगर निगम के दफ्तर में पंजीकरण की लंबी कतार में वेंडर लगते रहे। दो माह से ज्यादा वक्त पूरा होने के बाद हालत यह है कि जिले में अब तक लोन का खाता भी नहीं खुला।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 06:08 AM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 06:08 AM (IST)
पीएम साहब, यहां तो रेहड़ी वाले कर रहे मदद का इंतजार
पीएम साहब, यहां तो रेहड़ी वाले कर रहे मदद का इंतजार

फीरोजाबाद, जासं: कोरोना काल में बेरोजगार हुए स्ट्रीट वेंडर की मदद के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना एक उम्मीद की किरण बनकर आई। नगर निगम के दफ्तर में पंजीकरण की लंबी कतार में वेंडर लगते रहे। दो माह से ज्यादा वक्त पूरा होने के बाद हालत यह है कि जिले में अब तक लोन का खाता भी नहीं खुला। वेंडर दस हजार की आस में बैंकों के चक्कर काट रहे हैं। यह हाल तब है जब प्रधानमंत्री सीधे संवाद कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने मप्र के वेंडरों से बात की थी।

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दो जुलाई को देशभर में पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना का शुभारंभ किया गया। इसके तहत स्ट्रीट वेंडर्स को विशेष माइक्रो क्रेडिट सुविधा के तहत दस हजार ऋण देने की सुविधा है। योजना की शुरुआत से पहले डूडा विभाग द्वारा नगर निगम क्षेत्र में सर्वे कराकर 1585 स्ट्रीट वेंडर्स चिन्हित किए। इनमें से 70 फीसद में आधार कार्ड और बीस फीसद में वोटर कार्ड का पेच फंस गया है। सभी औपचारिकताएं पूरी कराने के बाद नौ सौ से अधिक फाइलें बैंक को भेजी जा चुकी हैं, मगर किसी स्ट्रीट वेंडर्स को अब तक पैसा नहीं मिल पाया। एक नजर---

- 36 हजार: जिले को मिला है लक्ष्य

-10 हजार रुपये का मिलना है लोन

- 3621: स्ट्रीट वेंडर के बैंकों को भेजे गए आवेदन

- 938: वेंडर के फाइल स्वीकृत, मगर नहीं मिला पैसा

-पीएम स्वनिधि योजना के तहत नगर निगम सीमा के 772 स्ट्रीट वेंडर्स के आवेदन मंजूर हो चुके हैं। ऋण धनराशि एक साथ ही इनके के खाते में भेजी जाएगी। इसी कारण यह प्रक्रिया रुकी है। सरकार से आदेश आते ही सभी के खाते में पैसा पहुंच जाएगा।

- विजय कुमार, नगर आयुक्त -जिन स्ट्रीट वेंडर्स के ऋण मंजूर हो गए हैं, उनको अपना रजिस्ट्रेशन सहित जरूरी कागजात लेकर ब्रांच मैनेजर व फील्ड अफसर के पास जाना है। रिकार्ड का सत्यापन करने के बाद ही बैंक द्वारा ऋण वितरित किया जाएगा। - निर्मल टोपो, प्रबंधक लीड बैंक


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