अब सुहागनगरी में गंगाजल का नहीं होगा संकट
- नंदपुर में 21 हैक्टेयर की झील तैयार विधायक ने किया शुभारंभ - शहर की जलापूर्ति के लिए रहेगा 21 दिनों का गंगाजल का स्टॉक
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सुहागनगरी में आकस्मिक तौर पर छाने वाला गंगाजल की आपूर्ति का संकट अब स्थाई रूप से खत्म हो गया है। नंदपुर में 21 हैक्टेयर की झील बनकर तैयार हो गई। इसका शुभारंभ होते ही इसमें गंगाजल भरवाना शुरू भी कर दिया गया। झील में 21 दिन से ज्यादा का गंगाजल रिजर्व में रहेगा। सदर विधायक मनीष असीजा ने सोमवार को झील में पानी भरने का शुभारंभ किया।
सुहागनगरी में पेयजल आपूर्ति के लिए गंगाजल जेड़ाझाल नहर से आता है। नंदपुर में इंटेक प्लॉट से पानी सैलई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भेजा जाता है। यहां से घरों तक आपूर्ति होती है। सितंबर 2018 से शुरू हुई गंगाजल की सप्लाई में 25 किमी. लंबी जेड़ाझाल नहर में उगी घास व सिल्ट जमा होना बाधा बनती थी। नहर बंद होने के साथ ही जलापूर्ति बाधित होती थी। जलनिगम एक्सईएन राकेश कुमार ने बताया कि 32 करोड़ की लागत से बनाई गई झील में पानी स्टोर होगा। जो किसी भी आपात स्थिति में बीस दिनों तक सप्लाई के लिए पर्याप्त होगा। सिचाई विभाग द्वारा झील भरने के लिए 50-55 क्यूसेक पानी अतिरिक्त दिया जाएगा। झील भरने में करीब 20-22 दिन का समय लगेगा। जेड़ाझाल नहर में पानी बंद होने की स्थिति में 15-20 दिन पूरे शहर में निरंतर गंगाजल की सप्लाई होती रहेगी। - एक अक्टूबर से बंद हो जाएगी नहर: सिचाई विभाग द्वारा जेड़ाझाल नहर में एस्केप चैनल का निर्माण कार्य कराना प्रस्तावित है। यह कार्य एक अक्टूबर से प्रारंभ हो जाएगा। नहर बंदी के दौरान शहर को झील में एकत्रित गंगाजल के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी। 'शहर में गंगाजल की आपूर्ति में आने वाली सभी बाधाएं इस झील के बनने के बाद दूर हो गई हैं। झील को लेकर लगातार मॉनीटरिग की गई। सरकार तक इसकी समस्याओं को उठाया गया और वहां से बजट जारी कराया गया। अब शहर को गंगाजल की निर्बाध आपूर्ति मिलती रहेगी।'
मनीष असीजा, नगर विधायक