प्राचार्य पद को लेकर बीरी सिंह महाविद्यालय में घमासान
पेपर लीक कांड में निलंबित प्राचार्य को डीएम ने किया बहाल चार्ज को लेकर प्रभारी प्राचार्या ने लगाए चाबी छीनने के आरोप।
संवाद सहयोगी, टूंडला, (फीरोजाबाद): ठा. बीरी सिंह महाविद्यालय में प्राचार्य पद को लेकर घमासान मचा हुआ है। पेपर लीक कांड को लेकर निलंबन के बाद जेल गए प्राचार्य को डीएम ने बहाल कर दिया है। अब पदभार ग्रहण को लेकर मामला फंस गया है।
पिछले साल 13 मार्च की रात विश्व विद्यालय की टीम ने कालेज में छापा मारा था। जिसमें प्रश्न पत्रों में गोपनीयता भंग पाई गई थी। 14 मार्च को विश्व विद्यालय प्रशासन ने प्राचार्य डा. बहादुर सिंह समेत तीन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। प्राचार्य के निलंबन के साथ ही उन्हें जेल भेजा गया था। 25 जून को उन्हें जमानत मिल गई। उनके बहाली प्रार्थना पत्र पर डीएम ने 18 जनवरी को इस शर्त पर बहाल किया कि उनकी बहाली विभागीय कार्रवाई एवं न्यायालय के अंतिम निर्णय के अधीन रहेगी। इस आदेश के साथ प्राचार्य कालेज पहुंच गए। 'डा. बहादुर सिंह जबरन उनकी कुर्सी पर बैठ गए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से चाबियां छीन ली। कार्यभार ग्रहण कराने को लेकर उन्हें डीएम को कोई पत्र नहीं मिला है। यदि कोई आदेश आएगा तो उसका पालन किया जाएगा। अभी मैं ही कार्यभार देख रही हूं। डा. बहादुर सिंह 19 जनवरी को ही सेवानिवृत हो गए हैं।'
रंजना कुलश्रेष्ठ प्रभारी प्राचार्या 'मैंने डीएम के आदेश पर 18 जनवरी को शाम तीन बजे कार्यभार ग्रहण कर लिया है। बहाली न होने पर 19 जनवरी को सेवानिवृत हो जाता। अब मैं 30 जून तक प्राचार्य हूं। डा.रंजना शिक्षिका हैं वह सिर्फ शिक्षण कार्य कराएं। डीएम के आदेश के बाद रजिस्ट्रार के अनुमोदन की कोई जरूरत नहीं हैं। डा. रंजना द्वारा लगाए आरोप गलत हैं।'
-डा.बहादुर सिंह, प्राचार्य
'मैं सरकारी कार्य से तीन दिन से बाहर था। आज ही वापस लौटा हूं, इसलिए प्रकरण की जानकारी नहीं हैं। इसे देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।'
डा.अंजनी कुमार मिश्रा, रजिस्ट्रार आंबेडकर विवि आगरा