सुहागनगरी में चार गुना रहा वायु प्रदूषण
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। प्रदूषण को लेकर हर साल कार्य योजनाएं बनती रहीं, बावजूद इसककेवायु प्रदूषण बढ़ता रहा है। हाल यह है कि सुहागनगरी की हवा चारगुनी जहरीली हो गई है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कार्य योजनाएं बनती रहीं, वायु प्रदूषण बढ़ता गया। टीटीजेड में शामिल सुहागनगरी में भी प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए कमिश्नर के आदेश पर कार्य योजनाएं बनीं, लेकिन अमल नहीं होने सेधरातल पर नहीं उतर सकीं। इसलिए फीरोजाबाद का नाम भी देश के उन 102 प्रदूषित शहरों की सूची में है जहां यह समस्या अधिक है। शुक्रवार को यहां यह समस्या सामान्य मानक से करीब चार गुना रही। एक बार फिर केंद्र सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए योजना बनाई है।
छह माह पूर्व तत्कालीन कमिश्नर के.राममोहन राव के आदेश पर एआरटीओ, पीडब्लूडी और नगर निगम समेत संबंधित सरकारी महकमों ने इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए कार्य योजना तैयार की थीं। न तो डीजल चालित पुराने वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है न ही कार्यदायी संस्थाएं निर्माण कार्य कराते समय मौके पर पानी का छिड़काव और ग्रीन कर्टेन लगवा रही हैं। आए दिन कूड़ा भी जलता नजर आता है। इसका धुंआ भी इस समस्या को बढ़ाने में सहायक है। हालांकि एक पखवाड़े से नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सुधरी है, लेकिन अब भी काफी प्रयास की जरूरत है। - मानक से चार गुना अधिक एक्यूआइ-
इन दिनों ठंड बढ़ने से हवा में धूल के कणों की मात्रा भी बढ़ गई है। शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 385 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर रहा, जबकि इसका सामान्य मानक 100 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर ही है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक वैज्ञानिक डॉ. जेपी ¨सह ने बताया कि तापमान में गिरावट की वजह से धूल के कण ऊपर नहीं जा पा रहे। इस कारण हवा में धूल के कणों की मात्रा बढ़ गई है।
---
वर्जन-
इस समस्या से निपटने के लिए लगातार प्रयास हो रहा है। इसका असर भी हुआ है। वायु प्रदूषण अब उतना नहीं है जितना पहले हुआ करता था।
डॉ. जेपी ¨सह, सहायक वैज्ञानिक अधिकारी,
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
---