Move to Jagran APP

फीरोजाबाद से पहले नगरी थी चंद्रवाड़, नया होगा चंद्रनगर

जिला बनने के बाद से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ लिखता है चंद्रनगर प्रस्ताव पारित होने पर भाजपा और हिदूवादी संगठनों ने जताया हर्ष।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 06:14 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 06:14 AM (IST)
फीरोजाबाद से पहले नगरी थी चंद्रवाड़, नया होगा चंद्रनगर
फीरोजाबाद से पहले नगरी थी चंद्रवाड़, नया होगा चंद्रनगर

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: प्रदेश में जिलों के नए नामकरण के दौरान चंद्रनगर की उठी आवाज एक बार फिर से जोर पकड़ने लगी है। जिला पंचायत में प्रस्ताव पारित होने के बाद अब भाजपाई जोश में दिख रहे हैं तो शहर के शिक्षाविद् और बुजुर्गों ने इस पर खुशी जताई है। शहर के बुजुर्ग और इतिहास के जानकार बतातें है कि चंद्रनगर नया नाम होगा, क्योंकि फीरोजाबाद से पहले चंद्रवाड नगरी थी। इतिहास में चंद्रनगर का कोई उल्लेख नहीं है। हालांकि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ राजा के नाम पर इसे तार्किक बता रहा है।

loksabha election banner

शहर के जैन विद्वान और वरिष्ठ अधिवक्ता अनूप चंद्र जैन बताते हैं कि प्राचीन समय में जैन राजा चंद्रसेन की नगरी थी, जिसका नाम चंद्रवाड़ था। कालांतर में मुस्लिम शासकों ने चंद्रवाड़ पर हमला कर इसे तहस-नहस कर दिया था। चंद्रवाड़ नगरी के अवशेष अभी भी यमुना किनारे मौजूद हैं। 1566 में अकबर ने सिपहसालार फीरोज शाह को भेजा था, जिसके बाद बसाए गए नगर का नाम फीरोजाबाद रखा गया था। वहीं एसआरके कालेज के इतिहास विभागाध्यक्ष डा.शहरयार अली कहते हैं कि फीरोजाबाद का प्राचीन नाम चंद्रवाड़ इतिहास में दर्ज है, लेकिन चंद्रनगर का कहीं कोई उल्लेख नहीं मिलता। यह एक नया नाम होगा। जो सियासी नजर आता है।

-राजा चंद्रसेन और जैन तीर्थंकर चंद्रप्रभ की प्रतिमा से चंद्रनगर

1989 में फीरोजाबाद को जिला बनाया गया। उसके बाद से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ इसे चंद्रनगर लिखता है। संघ के विभाग प्रचारक धर्मेंद्र कहते हैं कि यहां के राजा चंद्रसेन थे और जगह का नाम चंद्रवाड़ था। यमुना में जैन समाज के तीर्थंकर चंद्रप्रभ की स्फटिक की अतिशय कारी प्रतिमा मिली थी। हम इसे चंद्रनगर कहते हैं और हमारा कार्यालय चंद्रभवन के नाम से है। फीरोजाबाद का नाम चंद्रनगर कराने के लिए लंबे समय से प्रयासरत हैं।

--

शपथ ग्रहण में प्रभारी मंत्री ने संबोधन में कहा था चंद्रनगर

जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में पारित हुए प्रस्ताव के आसार शपथ ग्रहण समारोह में ही नजर आ रहे थे। प्रभारी मंत्री राजेंद्र सिंह मोती सिंह ने अपने संबोधन में जिले को चंद्रनगर कहा था। वहीं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने भी इसी नाम से संबोधित किया था। जिपं बोर्ड बैठक में ये रहे मौजूद ..

पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह, विधायक हरिओम यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप छोटू, सहकारी बैंक अध्यक्ष अतुल प्रताप समेत अन्य सदस्य व पदेन सदस्य मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.