आठ मौतों से दुख में डूबा नगला अनूप
हरियाणा पुलिस ने सुबह सात बजे फोन पर दी सूचना रवाना हो गए भाई-भतीजे और रिश्तेदार जाहरवीर की जात करने बुधवार की शाम रवाना हुआ था परिवार देर रात तक शव पहुंचने की संभावना।
संवाद सहयोगी, सिरसागंज(फिरोजाबाद): हरियाणा के झज्जर जिले में शुक्रवार तड़के हुए हादसे में नगला अनूप के एक ही परिवार के सात सदस्यों सहित आठ लोगों की मौत हो गई। सुबह सात बजे हादसे की सूचना मिलते ही भाई-भतीजे और आसपास के रिश्तेदार घटनास्थल की ओर रवाना हो गए। हादसे से पूरा गांव दुख में डूब गया। शवों के देर रात तक पहुंचने की संभावना थी।
नगला अनूप निवासी शिवकुमार शर्मा (60) किसान थे। बुधवार शाम शिवकुमार किराए की अर्टिगा कार से स्वजनों संग जाहरवीर की जात करने गए थे। कार में पत्नी मुन्नी, पुत्र मनोज(26) बहू रूबी(24), पोती श्रुति(6 माह), बेटी खुशबू(22), विवाहित बेटी आरती(24), धेवती प्रियांशी(ढाई वर्ष) और बेटी सोनी का बेटा प्रियांशु (12) के अलावा गांव में रहने वाला बिहारी श्रमिक बबलू भी था। हादसे में शिवकुमार, मनोज, मुन्नी, रूबी, बंशिका, खुशबू, प्रियांशु और बबलू की मौत हो गई। हादसे में घायल आरती और उसकी बेटी प्रियांशी को बहादुरगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ड्राइवर मोनू सुरक्षित है।
शिवकुमार के चचेरे भाई मुकेश के बेटे कृष्णा के मोबाइल पर शुक्रवार सुबह सात बजे हरियाणा पुलिस के एक दारोगा का फोन आया। दारोगा ने हादसे की जानकारी दी। कृष्णा दौड़ा-दौड़ा ताऊ राजकुमार (शिवकुमार के छोटे भाई)के पास पहुंचा। राजकुमार को हक्का-बक्का रह गए। परिवार के सात लोगों सहित आठ मौतों की खबर ने पूरे गांव को झकझोर दिया। शिवकुमार के चचेरे भाई संजय और ग्रामीण घटनास्थल की ओर रवाना हो गए। खबर मिलने पर आसपास से रिश्तेदार भी चले गए। दोपहर में पहुंचे एसडीएम
हादसे की सूचना पर शुक्रवार दोपहर दो बजे एसडीएम सिरसागंज विवेक मिश्रा गांव पहुंचे। शिवकुमार के परिवार वालों को प्रशासन की ओर से यथासंभव मदद का भरोसा दिलाया है। पहली बार एक साथ गया था परिवार
राजकुमार(55) ने बताया कि उनके भाई और भाभी कई बार जाहरवीर बाबा के दर्शन करने जा चुके थे। पहली बार पूरे परिवार के साथ गए। घर में कोई न रहने के कारण वो यहां रुक गए। चाची की तेरहवीं में आई थी आरती
शिवकुमार के चचेरे भाई की पत्नी का निधन पंद्रह दिन पहले हो गया था। सिरसागंज क्षेत्र के गांव गौंदई में ब्याही बड़ी बेटी आरती अपनी पुत्री के साथ उनकी तेरहवीं पर आई थी। छोटी बेटी सोनी बेटे प्रियांशु के साथ गाजीपुर से पहुंची थी। एनवक्त पर रुक गया कृष्णा
शिवकुमार अपने चचेरे भाई मुकेश के बेटे कृष्णा(20) को भी ले जा रहे थे। मगर कार में जगह न होने के कारण कृष्णा नहीं गया।
मैं अभागा हूं: राजकुमार
राजकुमार सिरसागंज में साबुन फैक्ट्री में काम करतें हैं। बड़े भाई के परिवार के साथ रहते हैं। हादसे के बाद बिलखते हुए कह रहे थे कि वो अभागा बच गया।