अंतिम दिन शिक्षक कर्मचारियों ने किया शक्ति प्रदर्शन
पुरानी पेंशन की मांग को लेकर बुधवार से हड़ताल कर रहे शिक्षक और कर्मचारियों ने शुक्रवार को शक्ति प्रदर्शन किया। विकास भवन परिसर में सैंकड़ों की संख्या में पहुंचकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: पुरानी पेंशन की मांग को लेकर बुधवार से हड़ताल कर रहे शिक्षक और कर्मचारियों ने शुक्रवार को शक्ति प्रदर्शन किया। विकास भवन परिसर में सैंकड़ों की संख्या में पहुंचकर नारेबाजी की। कर्मचारी नेताओं ने जिले से लेकर ब्लॉकों तक के कार्यालयों में ताले डलवा दिए। कार्यालयों में काम कर रहे पुरुष कर्मचारियों को महिला कर्मचारियों ने चूड़ियां दिखाकर बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया।
शासन ने 2005 के बाद नियुक्त अधिकारी और कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम लागू की है। कर्मचारी का कहना है कि नई स्कीम में निश्चित नहीं है कि सेवानिवृति के बाद कितनी पेंशन मिलेगी। पुरानी पेंशन योजना ठीक थी। सरकार को उसे फिर से लागू करना चाहिये। इस मांग को लेकर कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी-पुरानी पेंशन बहाली मंच तीन दिन से हड़ताल कर रहे हैं। शुक्रवार को अंतिम दिन सैंकड़ों शिक्षक और कर्मचारी विकास भवन के सामने टिनशेड में एकत्र हुए तो धरनास्थल पर जगह कम पड़ गई।
धरना सुबह 11 बजे मंच के जिलाध्यक्ष डॉ. शौर्यदेव मणि यादव की अध्यक्षता में शुरू हुआ। एक घंटे बाद कर्मचारी नेताओं को पता चला कि विकास भवन समेत अन्य विभागों में कार्यालय खुले हैं और कुछ कर्मचारी काम कर रहे हैं, तो 50 से अधिक कर्मचारी जुलूस के रूप में विकास भवन में प्रवेश कर गए। इनमें अधिकतर महिलाएं थीं। उनके हाथों में चूड़ियां थीं। काम कर रहे कर्मचारियों को चेतावनी दी कि धरना नहीं दे सकते तो चूड़ियां पहनकर दफ्तर में बैठो। उन्होंने नारेबाजी भी की। इसके बाद विकास भवन के सभी कर्मचारी और अधिकारी कार्यालय बंद कर बाहर आ गए। कलक्ट्रेट, उप निदेशक कृषि और बीएसए दफ्तार में भी इसी तरह कर्मचारियों को बाहर निकाला।
कमजोरी की निशानी नहीं चूड़ियां: सीडीओ
मंच की तरफ से मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सीडीओ नेहा जैन को सौंपा गया। इस दौरान सीडीओ ने पहले सभी शिक्षक और कर्मचारियों से स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 एप को मोबाइल में अपलोड कर फीडबैक देने को कहा। इसके बाद उन्होंने कहा कि जिस समस्या को लेकर धरना दिया जा रहा है, वह खुद उससे पीड़ित हैं, लेकिन चूड़ियां कमजोरी की निशानी नहीं है। बल्कि यह ताकत है। इसका गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
ये रहे मौजूद: शुक्रवार को धरने में मंच के जिला संयोजक लटूरी ¨सह, आलोक चौहान, अरुण यादव, विजय यादव, सलिल यादव, इं. दिलीप लोहिया, संजय यादव, प्रेम प्रकाश कुशवाहा, सूर्य प्रकाश यादव, मुलायम ¨सह, कमलकांत पालीवाल, भुवनेश यादव, कल्पना राजौरिया, मूबी शर्मा, जया शर्मा, सौरभ गुप्ता आदि मौजूद रहे। संचालन अवधेश कौशिक ने किया।
आयकर कर्मचारियों ने दिया धरना:
मुख्य आयकर आयुक्त गाजियाबाद की कार्यशैली के विरोध में वर्ग ग के कर्मचारी शुक्रवार को हड़ताल पर रहे। उन्होंने पूरे दिन कार्यालय के बाहर धरना दिया। धरने का नेतृत्व करते हुए आयकर कर्मचारी महासंघ वर्ग ग पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के जिलाध्यक्ष संतलाल चौरसिया ने कहा कि मुख्य आयकर आयुक्त को अपनी नकारात्मक कार्यशैली छोड़नी होगी। घनश्याम राठौर, अमित ओमर, प्रेम ¨सह, आलोक कुमार वर्मा, नरेंद्र ¨सह सिकरवार, प्रशांत कुमार, अशोक कुमार, संतोष मिश्रा, अशोक कुमार वर्मा आदि मौजूद रहे।