झोपड़ी में लगी आग में ¨जदा जल गया वृद्ध किसान
मक्खनपुर (संवाद सहयोगी): बदनपुर करखा गांव के बाहर शनिवार सुबह झोपड़ी में लगी आग में बुजुर्ग किसान और पशुओं की जलकर मौत हो गई। हादसा से गांव में दहशत फैल गई। पुलिस ने जला हुआ शव कब्जे में लिया है।
मक्खनपुर (संवाद सहयोगी): बदनपुर करखा गांव के बाहर शनिवार सुबह झोपड़ी में लगी आग में वृद्ध किसान और मवेशियों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। आग लगने की सूचना मिलने के बाद शिकोहाबाद से आयी दमकल गाड़ी और ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। इस हादसे में 12 कुंतल अनाज समेत हजारों रुपये का सामान राख हो गया।
करीब 62 वर्षीय किसान राम बृेश पुत्र रामहंस कई साल से खेत में बनी झोपड़ी में बकरी और गोवंश के साथ रहते थे। यहां दस कुंतल बाजरा और दो कुंतल गेहूं भी बोरों में रखा था। शुक्रवार रात वह अपने पुत्र सुभाष (35) के साथ यहां सोए हुए थे। सुबह करीब 4.30 बजे सुभाष झोपड़ी में लैंप जलाकर रख दिया और मवेशियों को खिलाने के लिए दाना लेने अपने दूसरे मकान पर चला गया। कुछ देर बाद वह लौटा तो झोपड़ी में आग लगी देख उसके होश उड़ गए। उसने मदद के लिए ग्रामीणों को आवाज लगाई। आग की लपटें ऊंची देख यूपी 100 पुलिस और शिकोहाबाद फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। जब तक पुलिस और दमकल मौके पर पहुंचती, किसान राम बृेश, दो बकरियां और एक गोवंश जल चुके थे। हादसे की सूचना मिलने के बाद सीओ अजय चौहान, इंस्पेक्टर सुजात हुसैन भी मौके पर पहुंचे। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। हादसे की जानकारी मिलने के बाद सपा एमएलसी डॉ. दिलीप यादव कार्यकर्ताओं के साथ मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाने पोस्टमार्टम गृह पर पहुंचे।
पक्षाघात से पीड़ित थे राम ब्रेस: पोस्टमार्टम गृह पर ग्रामीणों ने बताया कि राम ब्रेस कुछ माह पहले पक्षाघात से पीड़ित हो गए थे। इस कारण वह अधिक नहीं चल पाते थे। यदि वह ठीक होते तो शायद उनकी जान बच गई होती।
बड़ी दमकल नहीं पहुंच सकी मौके पर: आग बुझाने के लिए शिकोहाबाद से दमकल की बड़ी गाड़ी आयी थी, लेकिन रास्ता ठीक नहीं होने के कारण वह मौके पर नहीं पहुंच सकी। इसके बाद आग बुझाने के लिए छोटी गाड़ी बुलायी गई।