Covid Hospital के लैब टेक्नीशियन की हालत बिगडने के बाद लापरवाही में डॉक्टर बर्खास्त
रविवार को आधे घंटे तक पड़ा रहा था जमीन पर बाद सरकारी ट्रॉमा सेंटर भेजा गया।
फीरोजाबाद, जेएनएन। कोविड हॉस्पिटल के एक्सरे टेक्नीशियन की तबियत बिगड़ने के बाद उसे उपचार दिलाने में हुई लापरवाही को लेकर सोमवार को कार्रवाई हुई। जांच समिति की रिपोर्ट के बाद मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने रेजीडेंट डॉक्टर की सेवाएं समाप्त कर दीं।
फीरोजाबाद का कोविड हॉस्पिटल लगातार चर्चा में है। कभी यहां से कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति भागने का प्रयास करता है तो कभी यहां की बदइंतजामी के वीडियो वायरल हो जाते हैं। एक बार फिर हॉस्पिटल चर्चा में आया है। इस बार मामला हॉस्पिटल के स्टाफ से ही जुड़ा हुआ है। दरअसल सरकारी पुरूष अस्पताल के एक्सरे टेक्नीशियन पुरुषोत्तम यादव की ड्यूटी 22 मई से कोविड हॉस्पिटल में 14 दिन की ड्यूटी लगी है। रविवार सुबह लगभग 4.30 बजे आठ रोगियों का एक्सरे करने के लिए उन्हें कॉल कर बुलाया गया था। कोरोना के सात रोगियों का एक्सरे कर लिया गया था, इस बीच उन्हें चक्कर आने लगे। इसके बाद वह एक्सरे कक्ष से उतर कर अस्पताल के बाहर आ गए। यहां अर्द्ध बेहोशी की हालत में गिर गए। इसके बाद एक गार्ड ने अस्पताल के अंदर बने कंट्रोल रूम में दो बार फोन किया, लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया। करीब आधा घंटे बाद वार्ड ब्वॉय आनंद कुमार और आसिफ समेत तीन लोग एंबुलेंस लेकर आए। इसके बाद उन्हें सरकारी ट्रॉमा सेंटर लाया गया।
मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संगीता अनेजा ने बताया कि कंट्रोल रूम में तैनात रेजीडेंट डॉक्टर योगेश की सेवाएं समाप्त कर दी गईं। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की भूमिका की जांच भी की जा रही है। बता दें कि ये हालात हॉस्पिटल के स्टाफ के साथ ही है। जिसे आधा घंटे तक मदद नहीं िमिलती। गनीमत रही की टेक्नीशियन की हालत अब स्थिर है लेकिन स्टाफ के साथ हॉस्पिटल का ये सलूक कई सवाल खड़े करता है।