कोरोना को मात देकर मुस्कराता हुआ निकला पांच साल का 'विजेता'
एक दिन अकेला रहा कोविड हॉस्पिटल में दूसरे दिन पहुंची थी मां मां को ढांढस बंधाकर मुस्कराता निकला अस्पताल से पापा के साथ लौटा घर
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: वो महज पांच साल का है। 28 मई की रात कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जब उसे लेने एम्बुलेंस पहुंची तो मां बिलख पड़ी। पड़ोसी भी हैरान रह गए। गुमसुम हालत में कोविड हॉस्पिटल पहुंचे मासूम ने एक रात अनजानों के साथ गुजारी और फिर उसकी मां भी पहुंच गई। कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा मासूम सोमवार को विजेता घोषित कर दिया गया। मां को ढांढस बंधाकर मासूम मुस्कराता हुआ पिता के साथ वापस घर आ गया।
सीएमओ कार्यालय के कम्प्यूटर ऑपरेटर की कोरोना से मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों की जांच कराई गई तो 28 मई को पांच साल का भतीजा पॉजिटिव पाया गया। उसकी मां की रिपोर्ट आना बाकी थी, बाकी सब निगेटिव पाए गए थे। इसके बाद बच्चे को एफएच मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। अगले दिन उसकी मां पॉजिटिव पाई गई और वह भी पहुंच गई। एफएच मेडिकल कॉलेज के कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ पंचशील शर्मा ने बताया कि मासूम बच्चा इस दौरान सबका चहेता बन गया। दस दिन बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि उसकी मां की रिपोर्ट आना बाकी है। समस्त स्टाफ ने बच्चे के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
--तीन स्वास्थ्य कर्मी समेत पांच स्वस्थ्य, लौटे घर
डॉ. शर्मा ने बताया कि सोमवार को हॉस्पिटल से टीबी हॉस्पिटल के तीन कर्मचारी, एक बच्चा और एक महिला समेत पांच लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। अब हॉस्पिटल में केवल एक महिला है। वह भी जल्द डिस्चार्ज हो जाएगी। अब तक 81 संक्रमित स्वस्थ्य होकर हॉस्पिटल से जा चुके हैं।