कांग्रेस का वनवास, पोस्टरों में दिखा कांग्रेसियों का प्रियंका उत्साह
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। जिले में सियासी वनवास झेल रही कांग्रेस में इन दिनों प्रियंका उत्साह दिखाई दे रहा है। जगह-जगह होर्डिग्स लगवाए गए हैं। यह जबकि अब तक फीरोजाबाद से प्रत्याशी उतारने को लेकर पार्टी में असमंजस है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सियासी वनवास झेल रही कांग्रेस में यहां प्रियंका जोश होर्डिग्स में दिखाई दे रहा है। हालांकि चुनाव में दावेदारी के लिए अब तक कोई नाम सामने नहीं आया है।
1984 में लोकसभा चुनाव में गंगाराम के जीतने के बाद से कांग्रेस का वनवास शुरू हुआ। 25 साल बाद 2009 के उप चुनाव में राजबब्बर ने लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। सैफई परिवार की बहू ¨डपल यादव को शिकस्त देकर जीती गई सीट के बाद लगने लगा था कि सुहाग नगरी में कांग्रेस आई और छाई रहेगी, मगर ऐसा न हो सका। 2014 के चुनाव में राजबब्बर के सीट छोड़कर जाते ही कांग्रेस को फिर ग्रहण लगा और साढ़े सात हजार वोट पर सिमट गई।
अब प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने के बाद कांग्रेसी उत्साहित नजर आ रहे हैं। कई राउंड में मिष्ठान वितरण के बाद अब हाईवे पर पोस्टरों में जोश दिखाया जा रहा है। हालांकि यहां से प्रत्याशी कौन होगा, अभी तक पार्टी नेता भी असमंजस में हैं। -उत्साह में प्रियंका को प्रत्याशी बनाने की मांग. भले ही प्रियंका गांधी पूर्वी उप्र की प्रभारी हों, लेकिन जोश जोर पर है। जहां फीरोजाबाद इकाई राजबब्बर को प्रत्याशी बनाने की मांग कर रही थी, वहीं टूंडला नगर के कांग्रेसियों ने शनिवार को एक कदम आगे निकलते हुए प्रियंका गांधी को प्रत्याशी बनाने की मांग उठा दी। वहीं पश्चिमी उप्र के प्रभारी बनाए गए ज्योतिरादित्य ¨सधिया अभी जुबां पर भी नहीं चढ़ पाए हैं। फिलहाल बिना कार्यालय की है कांग्रेस
एक तरफ राजनीतिक दलों में आलीशान कार्यालयों का दौर चल रहा है। सपा के बाद भाजपा भी कार्यालय वाली हो गई है, ऐसे में कांग्रेस अब बिना दफ्तर सी है। आजादी के पहले वाला पुराने दफ्तर का भवन दान दिया जा चुका है, अब मूलचंद्र की धर्मशाला में बैठकें कर काम चलाया जा रहा है।