अबकी बार मानसून में नहीं उफनेंगे शहर के नाले
अबकी बार मानसून में नहीं उफनेंगे शहर के नाले
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: मानसून ने दस्तक दे दी है, जिससे शहर वासियों की जलभराव की समस्या को लेकर धड़कन बढ़ गई हैं। अबकी बार मानसून में शहर के नाले नहीं उफनेंगे। पहली बार नाला सफाई में पोकलेन मशीन का प्रयोग कर रहे ननि ने इस बात का दावा किया जा रहा है।
सुहागनगरी में सालों से जलभराव की गंभीर समस्या बनी हुई है। जरा सी बारिश होते ही शहर की सड़कें तरणताल बन जाती हैं। लगातार बारिश होने पर नई आबादी व 13 ग्रामसभा से जुड़े लोग घर में कैद होने को मजबूर हो जाते हैं। नगर निगम सीमा में छोटे-बड़े छह दर्जन से अधिक नाले हैं। नगर निगम बारिश से पहले हर साल अभियान चलाती है और पहली बारिश में दावे ढेर होते रहे हैं। अबकी बार हुआ है कि नगर निगम द्वारा शहर के बड़े-बड़े नालों की पोकलेन मशीन से तलीझाड़ सफाई कराई जा रही है। इसके लिए नाला आगरा से किराए मशीन मंगाई है, जो प्रतिदिन 10-12 घंटे कार्य कर रही है। नगर निगम का दावा है कि अब तक 70 फीसद नाले साफ हो चुके हैं। मशीन से यह नाले कराए साफ
नगर निगम द्वारा पोकलेन मशीन से प्रथम चरण में ककरऊ कोठी से कोटला रोड, रामगढ़, लालपुर होते हुए आसफाबाद रेलवे लाइन तक नाला साफ कराया गया। द्वितीय चरण में संतनगर से गांव बासठ तक मुख्य नाला साफ हुए, इसी नाले के जरिए बारिश का पानी शहर से बाहर निकलता है। तीसरे चरण में ठारपूठा, रानीनगर आकाशवाणी रोड, सत्यनगर, इंद्रपुरी, वाजिदपुर के नाले साफ कराए गए। वर्तमान में मुहल्ला दुली से सरक्यूलर रोड होते हुए आगाशाह की मस्जिद तक नाला साफ कराने का कार्य तेजी से चल रहा है। यह नाला भी तीन-चार दिन में पूरा साफ हो जाएगा। नाला सफाई में पोकलेन मशीन के साथ तीन जेसीबी सहित तमाम वाहन भी प्रयोग किए जा रहे हैं।
यह है नालों की स्थिति..
57 - छोटे नाले
16 - बड़े नाले
5 - सिचाई विभाग के नाले
78 - कुल नाले - नगर निगम सीमा के अंतर्गत छोटे-बड़े सभी नालों की तलीझाड़ सफाई कराई जा रही है। इसमें पहली बार बड़े नालों की सफाई के लिए आगरा से किराए पर पोकलेन मशीन मंगाई है। शहर के अंदर छोटे नालों की सफाई को 150 कर्मचारियों की तीन अलग-अलग गैंग बनाई गई हैं। 25 मार्च से लॉकडाउन में बाजार बंद होने के कारण इस बार बेहतर तरीके से नाले साफ हुए हैं।
-विजय कुमार, नगरायुक्त