कोरोना समाप्ति के लिए सूर्यदेव की उपासना
कोरोना संक्रमण के चलते सामूहिक रूप से नहीं हो रहा आयोजन -खरना पर प्रसाद वितरित कर मांगी सुख समृद्धि सुबह से रखा निर्जला व्रत।
संवाद सहयोगी, टूंडला, (फीरोजाबाद): इस वर्ष छठ पूजा का आयोजन सार्वजनिक रूप से न होकर श्रद्धालुओं द्वारा अपने-अपने घरों पर ही किया जा रहा है। भगवान सूर्यदेव और माता छठी से वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की जा रही है। रेलवे कॉलोनी में लोग घर पर ही आयोजन कर रहे हैं।
छठ पर्व के पहले दिन मन के शुद्धिकरण के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। छठ पूजा आयोजक रिकेश महानामा बताते हैं कि नहाए खाए के दिन सुपाच्य भोजन इसलिए किया जाता है, जिससे शरीर हल्का रहे। दूसरे दिन व्रत रखना होता है। इस दिन व्रती सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक व्रत पालन कर सूर्यास्त के बाद खीर के साथ रोटी या पूरी बनाकर सूर्यदेव को भोग लगाती हैं। इसे प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। शुक्रवार छठ तिथि को पहला निर्जला व्रत रखा जाएगा। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। श्रद्धालुओं ने खरना का प्रसाद वितरित कर कोरोना से मुक्ति को प्रार्थना की। इस मौके पर शोभा राय, कंचन, बच्ची देवी, कमलेश देवी, राजेश्वरी देवी, गुड़िया, प्रतिभा मीना, नरेश चन्द्र, सरोज मीना, रिकेश महानामा, रितुराज, श्रीकृष्ण, अभिषेक, गुड्डू, टिकू आदि श्रद्धालु मौजूद रहे। -आज व्रत के साथ ही डूबते सूरज को दिया जाएगा अर्घ्य:
शुक्रवार को श्रद्धालु निर्जला व्रत रखने के साथ ही शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। शनिवार को उगते सूरज को अर्घ्य देकर व्रत का परायण किया जाएगा। पूजा में गन्ना, फल व सब्जियों को शामिल किया जाएगा। जिसे सभी को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा।