गोमाता की सेवा से खुलते हैं स्वर्ग के द्वार
गोपाष्टमी पर जगह-जगह आयोजित हुए कार्यक्रम मेयर और नगर आयुक्त ने उतारी आरती खिलाए।
जेएनएन, फीरोजाबाद: रविवार को शहर से लेकर कस्बों में गोपाष्टमी मनाई गई। गोशाला और घरों श्रद्धालुओं ने गोमाता का पूजन कर हरा चारा, गुड़, चना, आटे की लोई खिलाई। इस दौरान गाय के धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व पर चर्चा की गई। गोशाला में आरती होने के बाद दीपमाला सजाई गई।
गांधी पार्क चौराहा स्थित गोशाला में सुबह छह बजे से ही गोमाता का पूजन शुरू हो गया। महिला और पुरुष अपने हाथों से गाय को हरी घास, पालक, पूड़ी खिलाते नजर आए। श्री गोशाला फीरोजाबाद के पदाधिकारियों ने सामूहिक पूजन किया। मेयर नूतन राठौर ने गोमाता की आरती उतारी। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोमाता की सेवा करने से लोगों के लिए स्वर्ग के द्वार खुले रहते हैं। विष्णु बंसल एडवोकेट, द्विजेंद्र मोहन शर्मा, राकेश शर्मा, उमाकांत पचौरी, पार्षद विजय शर्मा आदि मौजूद रहे।
जलेसर रोड स्थित कान्हा गोशाला में मेयर नूतन राठौर, नगर आयुक्त विजय कुमार ने गोमाता का पूजन कर चारा खिलाया। मेयर ने गोवंश को ठंड से बचाने के लिए अलाव और त्रिपाल की पूरी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। बृजेश यादव, पार्षद हरिओम वर्मा, गेंदा लाल राठौर, संजय राठौर, निहाल सिंह, विजय शर्मा आदि मौजूद रहे। वहीं शाम को सोफीपुर स्थित गोशाला में पूजन, आरती के बाद दीप मालिका का आयोजन किया गया। गांवों में बेसहारा गोवंश के लिए बनीं कई अस्थाई गोशालाओं में भी प्रधान, पंचायत सचिव एवं ग्रामीणों ने साफ सफाई कर गोवंश को गुड़, चना और हरा चारा खिलाया।
-----
टूंडला में भी हुआ गो माता का पूजन
टूंडला में भी गोपाष्टमी पर कई जगह आयोजन हुए। स्टेशन रोड स्थित गोशाला में पूजन करते हुए अंतर राष्ट्रीय गोमाता सेवा महासंघ के संगठन महामंत्री लोकेंद्र सिंह पौनियां ने गोपाष्टमी का महत्व बताया। प्रदेश महामंत्री रामतीर्थ चक ने कहा कि जो व्यक्ति रोज गाय की सेवा करता है, उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। कार्यक्रम में बृज किशोरी, सचिन जैन, डा. गौतम सिंह, रूपेश शुक्ला आदि मौजूद रहे। पचोखरा के गांव श्रीनगर स्थित गोशाला में गो सेवा प्रमुख विवेक पाराशर, पशु चिकित्सा अधिकारी नीरज गर्ग, जिला गोसेवा प्रमुख ऋषि उपाध्याय आदि ने पूजन किया। मातृ मंडल सेवा भारती की विभाग संयोजिका प्रतिभा उपाध्याय और उसायनी में सेवा भारती की किशोरी विकास की संयोजिका पूनम राजौरिया के नेतृत्व में पूजन हुआ।