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फतेहपुर के आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषाहार के रूप में बंटेगा गेहूं, चावल व दाल

जागरण संवाददाता फतेहपुर आंगनबाड़ी केंद्रों से हर माह पोषाहार के रूप में मिलने वाली पं

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 11:48 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 11:48 PM (IST)
फतेहपुर के आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषाहार के रूप में बंटेगा गेहूं, चावल व दाल
फतेहपुर के आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषाहार के रूप में बंटेगा गेहूं, चावल व दाल

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: आंगनबाड़ी केंद्रों से हर माह पोषाहार के रूप में मिलने वाली पंजीरी अगले तीन माह नहीं बटेगी। अब जनवरी माह तक हर केंद्र में गर्भवती महिला, धात्री महिला, स्कूल न जाने वाली किशोरी और छह वर्ष से कम आयु के बच्चों को पूरक पुष्टाहार के रूप में कच्चे अनाज के रूप में गेहूं, चावल व दाल प्रदान की जाएगी। गेहूं व चावल की आपूर्ति सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान (कोटा) से की जाएगी, जबकि दाल की आपूर्ति खरीददारी करके की जाएगी।

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शहरी परियोजना के 13500 लाभार्थियों के लिए दाल क्रय समिति गुरुवार को डीएम संजीव सिंह ने तय कर दी है। जिसमें जिलापूर्ति अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी को रखा गया है। गांवों में दाल की खरीद स्वयं सहायता समूह करेंगे और वही केंद्र पहुंच कर वितरण भी सुनिश्चित कराएंगे इसके लिए समूहों को बजट प्रदान किया जाएगा। पूरक पुष्टाहार का विरतण नवंबर से जनवरी तक किया जाएगा। इसके बाद पुन: पंजीरी का वितरण कराया जाएगा। गेहूं, चावल व दाल का जो भी वितरण किया जाएगा। उसका अंकन रजिस्टर में किया जाएगा। डीएम ने कलेक्ट्रेट के गांधी सभागार में बैठक करके वितरण सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी अफसरों को दी। इस मौके पर सीडीओ सत्य प्रकाश, डीपीओ जया त्रिपाठी, डीएसओ अंजनी सिंह, डीसी एनआरएलएम लाल जी यादव, बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह मौजूद रहे।

इनसेट....

किसको कितना मिलेगा पूरक पुष्टाहार

गर्भवती महिला------एक किलो गेहूं, एक किलो चावल, 750 ग्राम दाल

धात्री महिलाएं-----एक किलो गेहूं, एक किलो चावल, 750 ग्राम दाल

छह वर्ष तक बच्चे---एक किलो गेहूं, एक किलो चावल, 500 ग्राम दाल

स्कूल न जाने वाली किशोरी----एक किलो गेहूं, एक किलो चावल, 750 ग्राम दाल

इनसेट....

प्रति किलो दाल खरीद का बजट 60 रुपये

-अरहर की दाल का बाजार में मूल्य 90 से 100 रुपये किलो है। जबकि सरकार की तरफ से दाल खरीद का बजट मात्र प्रति किलो के लिए 60 रुपये ही मिले है। ऐसे में वितरण के लिए अरहर दाल बांटना संभव नहीं है। अब खरीद के लिए सिर्फ 60 रुपये में चना की दाल ही स्थानीय बाजार में उपलब्ध हो सकती है।


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