डेंगू से तीन, सामान्य बुखार से एक महिला की मौत
जागरण टीम फतेहपुर बिदकी तहसील में तीन माह से फैली संक्रामक बीमारी अब डेंगू का रूप ले
जागरण टीम फतेहपुर: बिदकी तहसील में तीन माह से फैली संक्रामक बीमारी अब डेंगू का रूप ले चुकी है। जो तहसील के 40 गांवों तक पहुंच गई है। हर गांव में प्लेटलेट्स कम होने से बुखार पीड़ितों की मौत हो रही, अब सदर तहसील के कई गांव इसकी चपेट में हैं। निजी पैथॉलाजी पीड़ितों पर डेंगू की पुष्टि कर रहीं हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग डेंगू से इंकार कर रहा है। शनिवार को झब्बापुर, बरेठर खुर्द और लहुरी सरांय, कुंदेरामपुर गांव में एक-एक बुखार पीड़ित महिलाओं की मौत हो गयी। तीन पर अलग-अलग पैथालॉजी ने डेंगू की पुष्टि की थी, जबकि एक की मौत सामान्य बुखार से हुई है।
असोथर थाने के झब्बापुर गांव निवासी सेवा निवृत्त शिक्षक राम सजीवन की पत्नी लाल बाई को एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। पहले तो उन्होंने गांव में ही झोलाछाप से उपचार कराया लेकिन हालत बिगड़ी तो जिला मुख्यालय के निजी अस्पताल में दिखाया और जांच कराई तो डेंगू की पुष्टि हुई। उपचार दौरान महिला की मौत हो गयी। उधर खजुहा के बरेठर खुर्द गांव निवासी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य परशुराम यादव की 45 वर्षीय पत्नी शिवकली को एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। शुक्रवार को हालत बिगड़ने पर स्वजन कानपुर के एक निजी अस्पताल में ले गये। यहां पर निजी पैथालॉजी ने डेंगू की पुष्टि की और सुबह पहर उपचार दौरान मौत हो गयी। उधर लहुरी सरांय गांव में संतोष कुमार उत्तम की 60 वर्षीय पत्नी राज दुलारी को पांच दिनों से बुखार आ रहा था। शनिवार की भोर पहर कानपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इन पर भी निजी पैथालॉजी ने डेंगू की पुष्टि की थी। उधर कुंदेरामपुर गांव में छोटू की 30 वर्षीय पत्नी बीनू देवी को तीन दिन से बुखार आ रहा था। शनिवार की सुबह स्वजन उसे कानपुर ले गए जहां उपचार दौरान इसकी मौत हो गयी। डॉक्टरों ने इसकी मौत बुखार से होना बताया।
अधिकृत रिपोर्ट पर ही माना जाएगा डेंगू: सीएमओ
सीएमओ डॉ एसपी अग्रवाल ने कहा कि जिन महिलाओं की मौत हुई है, उनकी मौत डेंगू से हुई इसकी अधिकृत रिपोर्ट नहीं मिली है। ऐसे में वह यह नहीं कहेंगे की मौत डेंगू से हुई है। फिर भी जिन गांवों में बीमारी से मौत हो रहीं या लोग बीमार हैं वहां हमारी टीमें जाकर उचित कार्रवाई कर रहीं है।