जलनिकासी का बंदोबस्त नहीं, पेड़ तले संवर रहा भविष्य
संवाद सहयोगी खागा बीते दिनों हुई जोरदार बारिश की वजह से परिषदीय विद्यालयों और कैंपस में
संवाद सहयोगी, खागा : बीते दिनों हुई जोरदार बारिश की वजह से परिषदीय विद्यालयों और कैंपस में पानी भर गया है। ऐसे में कक्षाओं तक छात्रों और शिक्षकों को पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं। वहीं, विभागीय और स्थानीय अधिकारियों की भी अनदेखी जारी है। ऐसे में शिक्षक खुले मैदान पर पेड़ तले छात्रों का भविष्य संवार रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि आखिर कब तक ऐसे ही व्यवस्था चलेगी, क्या अफसर पानी सूखने का इंतजार करेंगे या फिर पंपसेट लगाकर पानी को निकालने का प्रयास होगा।
आबादी से 300 मीटर दूर स्थित परिषदीय स्कूल तक आने-जाने के लिए पक्का रास्ता नहीं है। मुहल्ला के रहने वाले शाह मोहम्मद के दरवाजे बच्चों को बैठाकर प्रधानाध्यापिका सपना देवी व शिक्षकों ने सोमवार को कक्षाएं संचालित कीं। विद्यालय में 158 छात्रों का पंजीकरण है। वार्ड सभासद वसीम घोसी का कहना था विद्यालय तक पक्का रास्ता बनवाने के लिए उन्होंने कई बार नगर पंचायत को प्रस्ताव बनाकर दिया। मार्ग की लंबाई अधिक होने की वजह से उन्होंने क्षेत्रीय विधायक से भी पक्का मार्ग बनवाने की मांग की। ससुर खदेरी नदी में पानी पहुंचाने के लिए कोई रास्ता न होने से इसके सूखने का इंतजार किया जा रहा है। विजयीपुर ब्लाक के असदुल्लानगर सिठियानी गांव में जूनियर हाईस्कूल परिसर में पानी भर जाने से छात्रों को समस्या उठानी पड़ रही है। जलभराव के बीच से होकर प्रधानाध्यापक अरुण कुमार व शिक्षक रोजाना स्कूल जाते हैं। प्रधान वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जलनिकासी का प्रबंध किया जाएगा। हसवा ब्लाक के सातो सुल्तानपुर में प्राथमिक विद्यालय बारिश के पानी से डूबा हुआ है। नदी का जलस्तर घटने के साथ घटेगी मुश्किल
500 की आबादी वाले मुसवापर मुहल्ले के लोगों का कहना था दशकों पहले यह नजारा देखने को मिला था। आबादी में कई रास्ते कच्चे होने से आवागमन में परेशानी उठानी पड़ती है। मुहल्ले के लोगों ने बताया कि ससुर खदेरी नदी में पानी कम होने के साथ ही आबादी के अंदर जमा पानी कम होगा। पंप सेट लगाकर पानी निकालने का कोई रास्ता नहीं है। नगर पंचायत कार्यालय में किसी ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। कार्यालय से कर्मचारी को मौके पर भेजकर समस्या दिखवाई जाएगी। पंप सेट लगाकर पानी निकालने का यदि कोई रास्ता निकलता है तो जलनिकासी कराई जाएगी।
- लालचंद्र मौर्य, ईओ-नगर पंचायत खागा