बजट अवमुक्त न होने से सड़कों का निर्माण रुका
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सड़कों की स्थिति बजट न मिलने से और भी बदतर होती जा रही है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सड़कों की स्थिति बजट न मिलने से और भी बदतर होती जा रही है। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के खंडों के अधिशासी अभियंता ने शासन को स्टीमेट ध्वस्त सड़कों के लिए भेजा था, लेकिन अभी तक कार्यदायी संस्था को धेला नहीं मिला है। इससे अभियंता निराश हैं और बजट अवमुक्त होने की बांट जोह रहे हैं। कार्यदायी संस्था ने 30 करोड़ रुपए की मांग की थी, जिसमें अभी तक 16 करोड़ ही मिल पाए हैं। इससे कई ठेकेदारों के बिलों का भुगतान नहीं हुआ जिससे ठेकेदारों ने हाथ खड़े कर दिए हैं।
जिले में प्रांतीय एवं निर्माण खंड-2 की सड़कों का ही अधिकांश जाल है। जिसमें 2600 किमी है जिसमें 1800 किमी सड़कें उखड़ी हैं। इन्हें दुरुस्त कराने के लिए कार्यदायी संस्था ने स्टीमेट विभागीय उच्चाधिकारियों के माध्यम से शासन को भेजा था, लेकिन 5 माह बीतने के बाद भी बजट पूरा आवंटित नहीं हुआ है। इससे अभियंताओं को जनता के आक्रोश का भाजन बनना पड़ता है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता के दफ्तर में आधा सैकड़ा लोगों ने सड़कों को दुरुस्त कराए जाने के लिए आए थे, बजट न मिलने की बात करने पर बिफर पड़े। आक्रोशित लोगों के गुस्से भांपकर अभियंताओं ने सड़कें जल्द ही दुरुस्त कराए जाने का आश्वासन देकर शांत किया। किन मार्गों की होनी है मरम्मत
- जोनहां -जहानाबाद, बकेवर -जहानाबाद, गाजीपुर- असोथर, बांदा-कानपुर, खागा- धाता, बांदा-टांडा समेत कई हैं। जिनमें कई गड्ढों को दुरुस्त करना था। -शासन को ध्वस्त सड़कों को दुरुस्त करने के लिए स्टीमेट भेजकर धन की मांग की है। जैसे ही बजट अवमुक्त होता है, सड़कों को दुरुस्त करा दिया जाएगा।
- आरके सोनकर, नोडल अधिकारी