खजुहा में कुओं और तालाबों के साथ संवारने लगे मंदिर
संवाद सहयोगी बिदकी खजुहा को पर्यटन के नक्शे में लाने के लिए कुओं और तालाबों का जीर्णों
संवाद सहयोगी, बिदकी : खजुहा को पर्यटन के नक्शे में लाने के लिए कुओं और तालाबों का जीर्णोंद्धार चल रहा है। वहीं, पर्यटन विभाग कस्बे के प्रमुख चार मंदिरों को संवारने के लिए पेंटिग करा रहा है। पेंटिग के बाद मंदिरों की अनुपम छटा दर्शनार्थियों को बरबस आकर्षित करेगी।
ऐतिहासिक धरोहरों के साथ अपने गौरवपूर्ण इतिहास को संजोए खजुहा का वैभव लौटाने के लिए प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कारागार जय कुमार सिंह जैकी ने पहल की। खजुहा में कुएं, मंदिर और तालाबों को पुनर्जीवन देने की कोशिश की गई। कुओं और तालाबों की सफाई करा उनके जल स्त्रोतों को बहाल किया गया। कुछ में अभी काम चल रहा है। उधर पर्यटन विभाग ने कस्बे के चार मंदिरों में पेंटिग का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ मंदिरों की छोटी टूटफूट को ठीक कराने के लिए पुट्टी से मरम्मत भी कार्यदाई संस्था यूपीपीसीएल (यूपी प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड ) ने शुरू करा दिया है।
इन मंदिरों की हो रही है पेंटिग
- राणन तालाब के पास शंकर जी का मंदिर।
- फाटक के पास श्रीराम जानकी मंदिर।
- बंकटेश्वर मंदिर।
- डाक घर के सामने श्रीराधा कृष्ण मंदिर।
परियोजना का नाम -प्राचीन पर्यटन स्थल खजुहा का पर्यटन विकास कार्य
- परियोजना पर स्वीकृत कुल धनराशि - 46.48 लाख रुपये
- कार्यदायी संस्था का नाम - यूपीपीसीएल कानपुर इकाई कुंओं और तालाबों की स्थिति पर एक नजर
जीर्णोद्धार वाले कुओं की संख्या - 26
इनमें जीर्णोद्धार पूर्ण हुआ उनकी संख्या - छह
जिन पर काम चल रहा है उनकी संख्या - 20
तालाबों को जोड़ने वाला प्रोजेक्ट भी अधूरा
खजुहा कस्बे के चार प्रमुख तालाबों में तुलाराम बाग, बागबादशाही, राणन तालाब व लंका मैदान के सामने स्थित तालाब को एक ड्रेनेज बनाकर आपस में जोड़ा जाना था। इस काम को ग्राम पंचायत मनरेगा से करा रही है। हालांकि, इस प्रोजेक्ट पर भी अभी काम चल रहा है। खजुहा के चार मंदिरों में पेंटिग और पुट्टी का काम चल रहा है। काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाना है। पर्यटन विभाग ने इसके लिए धनराशि स्वीकृत कर दी है।
संजय मिश्रा, एपीएम यूपीसीसीएल कानपुर इकाई