तीन दिन से टीम का औरैया-बदायूं में डेरा, नहीं मिले शातिर
जागरण संवाददाता फतेहपुर अंतरराज्यीय बावरिया गिरोह के सरगना को जेल भेजने के बाद अब
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : अंतरराज्यीय बावरिया गिरोह के सरगना को जेल भेजने के बाद अब पुलिस उसके गिरोह के फरार छह सदस्यों की खोज में तीन दिन से औरैया और बदायूं जिले में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कोई कामयाबी नहीं लगी है। इस पर पुलिस शातिरों के रिश्तेदारों को उठाकर पूछताछ करने में जुटी हुई है।
21 जुलाई को जहानाबाद कस्बा स्थित मुरली ज्वैलर्स में 20 लाख की चोरी हुई थी। पुलिस ने बावरिया गिरोह के सरगना बृजलाल उर्फ वैज्ञानिक निवासी धनपुरा थाना कादरचोक जिला बदायूं व उसके साथी घनश्याम को बिदकी कोतवाली के नगुवापुर मोड़ से गिरफ्तार कर चांदी के करीब एक लाख रुपये कीमत के जेवर बरामद कर जेल भेज दिया था। ये दोनों औरैया जिले बनारसी दास, पछहियां मुहल्ला में किराए पर रहते थे।
जेल जाने के पूर्व सरगना से पुलिस ने घटना में शामिल फरार आरोपित प्रभूदयाल, आनंद, सीताराम निवासी बनारसी दास, पछहियां मुहल्ला जिला औरैया व रामनरेश निवासी धनपुरा थाना कादरचोक जिला बदायूं के नाम, पता व मोबाइल फोन नंबर लिए थे। उधर, जहानाबाद कोतवाल ने बताया कि पुलिस टीमें बदायूं व औरैया में काम कर रही हैं। शीघ्र ही गिरोह के फरार सदस्यों के साथ चोरी के जेवर खरीदने वाले को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। अमौली चोरी से जुड़ सकते हैं तार
चांदपुर थाने के अमौली कस्बा स्थित सर्राफ नरेश ओमर की दुकान से गत 8 जनवरी 2021 को करीब 70 लाख जेवरात की चोरी हुई थी। इसमें एसटीएफ प्रयागराज जांच कर रही है। पुलिस महकमा में चर्चा रही कि जेल गए बावरिया गिरोह के फरार सदस्यों के तार इस चोरी से जुड़े हो सकते हैं, फिलहाल गिरोह के फरार छह सदस्यों की तलाश पुलिस कर रही है इसके बाद ही पुलिस अपने पत्ते खोलेगी। जेवर न मिलने से सर्राफ असंतुष्ट
मुरली ज्वैलर्स के मालिक मनोज कश्यप ने बताया कि पुलिस द्वारा बरामद की गई चांदी उनकी नहीं है। दुकान से तीन लाख की नहीं बल्कि 20 लाख के जेवर चोरी हुए थे। पुलिस औरैया के जेवर खरीदने वाले दुकानदार को गिरफ्तार करे तो उसका पूरा जेवर मिल जाएगा। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि बावरिया गिरोह सरगना बृजलाल व सर्राफ मनोज की आमने सामने बात कराई गई थी। इसमें सरगना ने साथियों संग इसकी दुकान में चोरी करना स्वीकार किया था।