तमगा नगर पंचायत का और स्थिति गांव से बदतर
संवादसूत्र असोथर ग्राम सभा से अब नगर पंचायत बन चुके असोथर कस्बे में समस्याएं पीछा नहीं छोड़
संवादसूत्र असोथर : ग्राम सभा से अब नगर पंचायत बन चुके असोथर कस्बे में समस्याएं पीछा नहीं छोड़ रहीं। कस्बे के छविनाथ नगर मोहल्ले में 1200 की आबादी हर दिन समस्या झेल रही है। मोहल्ले के मुख्य मार्ग में बीते एक साल से जल भराव है जो अब कीचड़ के रुप में तब्दील हो गया। यहां की आबादी हर दिन इसी कीचड़युक्त जलभराव से होकर गुजरती है और जिम्मेदारों को कोस कर पिछड़ेपन पर आक्रोश जाहिर करती है।
दरअसल, छविनाथ नगर मोहल्ले का पानी एक छोटी नाली से होकर मुख्य बाजार नाले में गिरता है। मुख्य नाले के सहारे यहां का पानी वर्षों से कस्बे के बाहर निकलता रहा है। मौजूदा एक वर्ष में मुख्य बाजार का नाला जगह-जगह अतिक्रमण का शिकार हो गया है। लोगों ने नाले के ऊपर चबूतरा बनाकर गेट लगा लिए हैं, जिससे नाले की सिल्ट साफ नहीं पाती और पानी का बहाव रुक गया है। बहाव न होने से छविनाथ नगर का पानी अपने ही मोहल्ले के मुख्य मार्ग में भरता है। मुसीबत यह है कि समस्या के निराकरण की मांग उठा रहे स्थानीय लोगों की बात कोई सुन नहीं रहा। इससे परेशानी हर दिन और बढ़ती जा रही है।
जिला पंचायतराज अधिकारी अजय आनंद सरोज ने बताया कि जहां-जहां अव्यवस्थाएं हैं। उन्हें फौरन दुरुस्त किया जाएगा। इसके लिए टीम को निर्देश दिए जाएंगे। छलका लोगों का दर्द एक वर्ष से जलभराव की समस्या बनी हुई है। शिकायत के बाद कोई सुनवाई नहीं होती। यदि मुख्य नाले का अतिक्रमण हट जाए तो समस्या दूर हो जाएगी।
सर्वेश गुप्त, असोथर छविनाथ नगर मोहल्ले के प्रमुख रास्ते को ठीक कराया जाए। इससे यहां की 1200 की आबादी को बड़ी राहत मिलेगी। अन्यथा आंदोलन किया जाएगा
लक्ष्मीचंद्र आर्य, असोथर ग्रामसभा से निकाय का दर्जा मिल गया। शहरी होने का ठप्पा लग जाने के बाद भी गांव की दशा नहीं बदल रही, सालों की समस्या को जिम्मेदार अनदेखी कर रहे हैं।
राजेश तिवारी, असोथर मोहल्ले के लोगों को हर दिन इसी कीचड़ व जलभराव से निकलना पड़ता है। समाधान नहीं निकलता तो यहां जो भी जनप्रतिनिधि आएंगे उन्हें इसी रास्ते से लाया जाएगा।
रामवीर दुबे, असोथर