250 प्राइवेट बसें सरेंडर, 30 और कतार में
जागरण संवाददाता फतेहपुर शासन के टैक्स की अदायगी न कर पाने पर 250 प्राइवेट बस संचालका
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शासन के टैक्स की अदायगी न कर पाने पर 250 प्राइवेट बस संचालकों ने गाड़ी व दस्तावेजों के साथ संभागीय कार्यालय में सरेंडर कर दिया है। वहीं 30 बसों के संचालकों ने और भी आवेदन किया है। जिले के प्राइवेट रूटों पर कुल 315 प्राइवेट बसें दौड़ती हैं। ये कोरोना की वजह विगत तीन माह से किए गए लॉकडाउन की वजह से खड़ी हैं। इनके संचालक एआरटीओ प्रशासन से मिले थे और तीन माह के टैक्स माफी की मांग की थी। इस पर मामले का प्रस्ताव बनाकर उन्होंने उच्चाधिकारियों को भेजा है।
बसों के संचालन की अनुमति न मिलने से चालक, परिचालकों का कई माह के वेतन बकाया हे गय है। बसों के खड़े रहने से संचालकों ने स्टाफ को नौकरी से निकाल दिया है। जो कि ई-रिक्शा आदि तमाम जतन कर परिवार को भरण-पोषण कर रहे हैं। कई मजदूरी करके स्वजनों को पाल रहे है। मामले पर एआरटीओ प्राशासन एके त्रिवेदी का कहना था कि बसे सरेंडर कर ली गई हैं। कहा तीन माह के करो की माफी का प्रस्ताव आला अधिकारियों को भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।