Move to Jagran APP

काम पर नहीं लौटे कमी, बिजली आपूर्ति बेपटरी

जागरण संवाददाता फतेहपुर बुधवार को दूसरे दिन भी बिजली संविदा कर्मी हड़ताल से नहीं लौटे

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 07:40 PM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 07:40 PM (IST)
काम पर नहीं लौटे कमी, बिजली आपूर्ति बेपटरी
काम पर नहीं लौटे कमी, बिजली आपूर्ति बेपटरी

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बुधवार को दूसरे दिन भी बिजली संविदा कर्मी हड़ताल से नहीं लौटे और प्रांतीय फरमान पर लखनऊ में धरने पर बैठे रहे। हड़ताली कर्मियों के वापस न आने से बिजली व्यवस्था और चरमरा गई है, जिससे लोग बेहाल हैं और पानी की व्यवस्था करने में लोगों को पसीना छूटता रहा। हालात यह हैं कि गांव में 10-12 व शहर क्षेत्र में 6-7 घंटे बिजली गुल रही। वहीं लाइनों में आई फाल्ट भी संविदा कर्मियों की कमी की वजह से नहीं दूर हो सकीं, जिससे लोग परेशान हैं।

loksabha election banner

मंगलवार को बिजली विभाग के अधिकारियों ने संविदा कर्मियों की हड़ताल से उपजी बाधाओं से निपटने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए। इससे 250 गांव व शहर के 30 मुहल्लों में बिजली बेपटरी रही। शहर के पनी, चौक, हरिहरगंज, पीरनपुर, राधानगर, शादीपुर, सिविल लाइन, पक्का तालाब, शांतीनगर, ओंकार नगर, आदर्श नगर, तांबेश्वर नगर, आवास विकास, कलक्टरगंज समेत कई मोहल्लों में आई फाल्ट को दुरुस्त नही किया जा सका। शहर के उपभोक्ता सुबह से ही उपकेंद्रों में जाकर आपूर्ति बाधित होने की शिकायत दर्ज कराते रहे लेकिन समस्या का समाधान शाम तक नहीं हो पाया। इससे लोग आंदोलित रहे। वहीं गांवों में बिजली का संकट और भी गहराया हुआ है। असोथर, गाजीपुर, मलवां, कांधी, हुसेनगंज, ललौली, खजुहा समेत कई गांव की बिजली आपूर्ति बाधित रही। प्रभावित हुए बिजली पर आधारित उद्योग

चरमराई बिजली व्यवस्था से व्यवसायी वर्ग खासा प्रभावित है। बिजली आधारित उद्योग व व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हैं। व्यापारियों ने कई बार अफसरों की ड्योढ़ी नापी लेकिन नतीजा सिफर ही निकला है। बिलबिला उठे बच्चे, गांव में बुरे हालात

भीषण गर्मी व उमस में छोटे बच्चों का बुरा हाल देखने को मिल रहा है। छोटे बच्चे भीषण गर्मी में बिलबिला उठे हैं, ऐसे में महिलाएं हाथ का पंखा झालकर उन्हें किसी तरह शांत करती हैं। गांवों में फाल्ट आने पर कोई दुरुस्त करने नहीं पहुंच रहा है। ग्रामीण उपभोक्ताओं ने कहा कि संबंधित उपकेंद्रों पर फोन करने पर कोई भी कर्मचारी फोन नहीं उठाता। आपूर्ति बहाली के लिए की वैकल्पिक व्यवस्था

अधीक्षण अभियंता राकेश पांडेय ने बताया कि शहर व गांव की बिजली आपूर्ति बहाली के वैकल्पिक व्यवस्था की गई है, जिसमें सभी 52 विद्युत उपकेंद्रों में 2-2 टी-जीटू को तैनात किया गया है, जो उपकेंद्रों की मशीनों का संचालन करेंगे। वहीं शहर के उपकेंद्रो में ठेकेदार बलराम को आपूर्ति बहाली कराने की जिम्मेदारी दी है। टी-जीटू के साथ दो-दो लाइनमैनों को भी लगाया गया है, जो दर्ज हुई फाल्टों को ठीक करेंगे। उम्मीद है कि गुरुवार को संविदा कर्मियों की हड़ताल खत्म हो जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.