मोटे धान के भाव में उछाल, समर्थन मूल्य से कम
संवाद सहयोगी बिदकी खुले बाजार में मोटे धान के भाव में करीब ढाई सौ रुपये का उछाल आने
संवाद सहयोगी, बिदकी : खुले बाजार में मोटे धान के भाव में करीब ढाई सौ रुपये का उछाल आने के बाद भी समर्थन मूल्य से कम है। आढ़ती गांव में अपने एजेंटों के माध्यम से समर्थन मूल्य योजना से कम पर धान की खरीद कर रहे हैं। किसानों को सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य योजना का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बीते पखवारे बिदकी नवीन गल्ला मंडी में मोटे धान का भाव 14 व 15 सौ रुपये प्रति क्विंटल खुला था। चालू पखवारे में धान मंडी उछली तो आढ़तियों ने दो सौ ढाई रुपये प्रति क्विंटल भाव बढ़ाकर धान खरीद शुरू कर दी है। सरकार में मोटे धान का समर्थन मूल्य 1940 रुपये प्रति क्विंटल घोषित कर रखा है। खुले बाजार के भाव में उछाल आने के बाद भी समर्थन मूल्य से करीब 240 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास कम है। आढ़तिए गांव में फैले अपने एजेंट के नाम से सस्ते में धान की खरीद कर मंडी में धान डंप कर रहे हैं।
मोटे धान का भाव पर एक नजर
धान की किस्म पहले भाव अब भाव
मंसूरी 1400 1650
सांभा 1500 1700
नोट : यह धान का भाव मंडी में आढ़तियों से बातचीत के आधार पर है प्रति क्विंटल में है।
पतले धान का भाव में भी आया उछाल
बिदकी गल्ला मंडी में पतले धान में सरबती पहले 1600 रुपये था अब 2100 रुपये प्रति क्विंटल है। ऐसे ही 1121 धान का भाव दो हजार रुपये था जो अब बढ़कर तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इसी प्रकार 1509 धान का भाव 1950 था जो अब बढ़कर 2300 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। यह पतला धान दूसरे प्रांतों को जा रहा है।
समर्थन मूल्य से कम पर खरीद की तो होगी कार्रवाई
एसडीएम बिदकी अवधेश कुमार निगम ने बताया कि सरकार ने मोटे धान का समर्थन मूल्य 1904 रुपये घोषित किया है। किसान इससे कम पर धान न खरीदें। किसान किसी को भी धान बेंचे उससे छह-आर जरूर लें। उस पर किसान का नाम और भाव दर्ज होता है। छह-आर से किसान सरकार की अन्य लाभकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। छह-आर जिन किसानों के पास होती है उनको मंडी द्वारा इनामी योजना में शामिल किया जाता है। इसमें किसानों कृषि उपकरण, ट्रैक्टर आदि दिए उपहार में दिए जाते हैं। समर्थन मूल्य से कम खरीद की शिकायत आई तो आढ़ती के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।