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मिली राहत, तीन और ब्लाकों में खुलेंगे कस्तूरबा विद्यालय

मिली राहत तीन ब्लाकों में अब खुलेंगे कस्तूरबा स्कूल

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Aug 2022 04:01 AM (IST)Updated: Tue, 02 Aug 2022 04:01 AM (IST)
मिली राहत, तीन और ब्लाकों में खुलेंगे कस्तूरबा विद्यालय
मिली राहत, तीन और ब्लाकों में खुलेंगे कस्तूरबा विद्यालय

मिली राहत, तीन और ब्लाकों में खुलेंगे कस्तूरबा विद्यालय

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जागरण संवाददाता, फतेहपुर : जिले में 13 ब्लाक हैं और इनमें 10 ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें खजुहा, अमौली और देवमई में विद्यालयों का संचालन नहीं हो पा रहा है। छात्राओं के लिए आवासीय विद्यालयों से वंचित ब्लाकों पर शासन ने नजर टिका दी है। सब कुछ दुरुस्त रहा तो आने वाले समय में इन ब्लाकों में भी छात्राओं के लिए आवासीय विद्यालय संचालित होंगे। छात्राएं पढ़ाई के साथ रहने और खाने की व्यवस्था का लाभ उठा सकेंगी।

जिले के जिन 10 ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं वह धाता, विजयीपुर, ऐरायां, हथगाम, बहुआ, मलवां, असोथर, भिटौरा, हसवा, तेलियानी हैं। वहीं, खजुहा, देवमई और अमौली में आवासीय विद्यालय नहीं खोले जा सके हैं। शासन ने वर्ष 2004 में योजना संचालित की थी और 2006 में तीन ब्लाकों में ऐरायां, विजयीपुर और धाता में आवासीय विद्यालयों को खोलकर संचालन शुरू करवाया। इसके बाद वर्ष 2010-11 में जिले को सात आवासीय विद्यालयों की सौगात मिली। इससे जिले में 10 आवासीय विद्यालय हो गए। वर्ष 2011 से विद्यालय नहीं खोले गए। कई बार वंचित ब्लाकों के अभिभावकों ने जनप्रतिनिधियों के सामने बात रखी और विद्यालयों को खोले जाने की मांग की है। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह ने एक निर्णय लेकर जिलेवासियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। इसके तहत जिन ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय नहीं हैं वहां विद्यालय खोले जाएंगे।

जिला प्रशासन के सहयोग से चिंहित होगी जमीन : बीएसए

बीएसए संजय कुमार कुशवाहा ने कहाकि जिले के तीन ब्लाकों में कस्तूरबा स्कूल नहीं थे। विभाग की ओर से कई बार प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। इस बार शासन ने स्वत: संज्ञान लेकर आवासीय स्कूल खोले जाने का निर्णय लिया है। जिला प्रशासन के सहयोग से आवासीय स्कूल के लिए जमीन की तलाश करवाई जाएगी और विद्यालय खोले जाएं इसको लेकर पूरी मदद की जाएगी। विद्यालय खोले जाने से तीन ब्लाकों की छात्राओं को शिक्षा का सीधा लाभ मिलेगा।


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