रावण का गूंजा अट्टहास, बरसे रघुवीर के तीर
जागरण टीम फतेहपुर/बिंदकी कुंवरपुर और किशुनपुर की ऐतिहासिक रामलीला में बुधवार
जागरण टीम, फतेहपुर/बिंदकी : कुंवरपुर और किशुनपुर की ऐतिहासिक रामलीला में बुधवार की रात रावण वध लीला का मंचन किया गया। लीला देखने के लिए आसपास के गांवों से सैकड़ों की तादाद में लोग पहुंचे। यहां पर लगे मेलों में लोगों ने जमकर खरीदारी की। बिदकी में लक्ष्मण शक्ति तो हसवा में राम वनगमन का दृश्य देख दर्शक भावुक हो गए।
रावण वध होते ही लगे श्रीराम के जयकारे
कुंवरपुर में लक्ष्मण शक्ति, रावण वध व बड़े मेले का आयोजन किया गया। रावण वध होते ही सतरंगी आतिशबाजी बिखर उठी और भगवान राम के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। कमेटी के सचिव राजकुमार मिश्रा ने इस वर्ष बेहतर लीला का मंचन कराया गया।
किशुनपुर महोत्सव में बुधवार रात उमड़ा जन सैलाब
238 वर्ष प्राचीन किशुनपुर महोत्सव में रावण वध की लीला का मंचन हुआ। मध्य रात्रि करीब प्रभु श्रीराम के हाथों दशानन का वध हुआ तो समूचा जनसमुदाय जय श्रीराम के जयकारे लगाने लगा। रावण वध के बाद रामगढ़ी और हनुमान गढ़ी द्वारा निकाली गई चौकियों को देखने के बाद लोगों ने दांतों तले अंगुलियां दबा लीं। श्री फाल्गुन गिरी बाबा के मंदिर पर माथा टेकने वालों की भीड़ रही। आसमानी झूले और सर्कस मेले में आई भीड़ को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहे।
लक्ष्मण शक्ति लगते ही राम का विलाप सुन भावुक हुए दर्शक
बिदकी नगर के मुहल्ला केवटरा लंका रोड स्थित हनुमान मंदिर में दो दिवसीय श्रीराम लीला मेला के अंतिम दिन राम दल की शोभा यात्रा निकाली गई। राम और रावण दल की सेनाओं में युद्ध हुआ। इसमें लक्ष्मण व मेघनाथ के बीच घमासान युद्ध के दौरान लक्ष्मण को शक्ति लगी। इस पर श्रीराम का विलाप करने लगे। विलाप सुनकर दर्शकों के आंखों में आंसू छलक आए। हनुमान संजीवनी बूटी लाए, लक्ष्मण की मूर्छा टूटी और भीषण संग्राम में मेघनाद का वध हुआ। इसके बाद श्रीराम व रावण के मध्य युद्ध में रावण के पुतले का दहन किया गया।
राम वनवास की लीला का हुआ मंचन
हसवा कस्बा की ऐतिहासिक रामलीला राम वन गमन लीला का मंचन बड़े ही सुंदर ढंग से किया गया। राम वन गमन का ²श्य देखकर सैकड़ों की संख्या में मौजूद भक्त अपने आंसू नहीं रोक पाए। श्री स्वामी चंद दास नवयुवक रामलीला कमेटी के सभी पदाधिकारी और सैकड़ों की संख्या में भक्त मौजूद रहे।