पीकू व नीकू वार्ड तैयार, मिलेगी उपचार की विशेष सुविधा
जागरण संवाददाता फतेहपुर अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना है जिसमें बच्चों के
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना है, जिसमें बच्चों के लिए अधिक खतरे का अनुमान जताया जा रहा है। महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य तैयारियां तेज कर दी गई हैं। जिला अस्पताल में सौ बेड का पीकू वार्ड व 12 बेड का नीकू वार्ड बना दिया गया है, जबकि सीएचसी स्तर पर अलग-अलग चार अस्पतालों में 10-10 बेड का इंतजाम किया गया है। बच्चों के प्रभावित होने पर उनकी जान बचाई जा सके इसके लिए जीवन रक्षक उपकरण भी खरीदे गए हैं।
राजकीय मेडिकल कालेज की देखरेख में सौ बेड का एक पीकू वार्ड (जिला पुरुष व महिला अस्पताल के 50-50 बेड) बनाया गया है। पीकू वार्ड में पाइप लाइन से आक्सीजन आपूर्ति का काम पूरा हो गया है, बेड भी आरक्षित कर लगा दिए गए हैं। पीकू वार्ड इस लिए बनाया गया है कि तीसरी लहर में प्रभावित होने पर बच्चों को उपचार दिया जा सके। जिला अस्पताल पुरुष के पचास बेडों को आइसोलेशन बेड के रूप में तैयार किया गया है, जबकि जिला महिला अस्पताल 50 बेडों में 35 व 15 के अनुपात में बांटा गया है। महिला अस्तपाल में लगाए गए 15 बेड आक्सीजन सुविधा वाले बनाए गए हैं, जबकि 35 बेडों को एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) के रूप में बनाया गया है। मेडिकल कालेज के प्रधानचार्य ने बताया कि हमारी तैयारी 90 फीसद पूरी हो गई है। 10 फीसद तैयारियों में स्टाफ का प्रशिक्षण और कुछ छोटे-छोटे कार्य बचे हैं, जिन्हें पूरा करने का काम पूरा किया जा रहा है।
चार ग्रामीण अस्पतालों में भी पीकू वार्ड
हथगाम, जहानाबाद, हरदों व बिदकी सीएचसी ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल हैं यहां भी 10-10 बेड का पीकू वार्ड और दो-दो बेड की हाई डिपेंडेंसी यूनिट बनाई गई है। ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों का नियंत्रण सीएमओ के हाथ में दिया गया है, जिला अस्पताल के पीकू वार्ड का नियंत्रण मेडिकल कालेज के प्रचार्य देखेंगे। जिससे की संक्रमण से प्रभावित होने वाले बच्चों को तुरंत उपचार मिल सके।
50 डाक्टर और 38 स्टाफ नर्स लगे
मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा. आरपी सिंह ने बताया कि पीकू वार्ड में काम करने के लिए 50 डाक्टरों और 38 स्टाफ नर्सों व पैरामेडिकल स्टाफ भी लगाया गया है। इनकी ड्यूटी आदेश निकाल दिए गए हैं। वार्ड शुरू होने पर इनसे काम लिया जाएगा। इससे पहले सभी को पीकू वार्ड में कैसे काम करना है इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण की रूपरेखा तय कर दी गई है।
नीकू वार्ड में 12 बेड व जीवन रक्षक उपकरण
-नवजात बच्चों के लिए जिला महिला अस्तपाल के ऊपरी तल में एक नीकू वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में अलग से स्टाफ तैनात किया गया है, जबकि यहां बच्चों के उपचार में आने वाले जीवन रक्षक उपकरणों की खरीद भी की गई है। वार्ड का नियंत्रण जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डा. रेखारानी की देखरेख में है। उनके अनुसार नीकू वार्ड की सभी तैयारियों पूरी कर ली गई है।
जिले से यह सामान खरीदा गया
उपकरण का नाम---------------मात्रा
वेंटीलेटर-----------------------06
वार्मर---------------------------02
इनफ्लूजनपंप------------------50
मेडिकल मानीटर---------------50
कलर डाप्लर मशीन------------01
सी-कैप मशीन------------------06