उपज का नहीं मिला भुगतान, कैसे होगी बहन-बेटी की शादी
केस-1 विजईपुर ब्लाक के रामपुर गांव के किसान कीर्तिवीर सिंह
केस-1
विजईपुर ब्लाक के रामपुर गांव के किसान कीर्तिवीर सिंह ने 15 जनवरी को किशुनपुर की हाटशाखा में 90 क्विंटल धान बेचा था। उनकी बहन की शादी 16 फरवरी को होनी है। ऐसे में उपज का भुगतान न होने से बहन की शादी का इंतजाम करना मुश्किल हो रहा है। मजबूरन साहूकारों की चौखट नापनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कहा कि जल्द भुगतान न हुआ तो बड़ी मुश्किल होगी। केस-2
असोथर ब्लाक के जरौली गांव के संतोष निषाद ने असोथर ब्लाक के मार्केटिग क्रय केंद्र में 11 जनवरी को 45 क्विंटल धान की तौल कराई थी, लेकिन भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है। जबकि उसकी पुत्री की शादी 28 फरवरी को होनी है, लेकिन तौले गए धान का भुगतान किसान को अभी तक नही किया गया। जागरण संवाददाता, फतेहपुर : किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ दिलाने के लिए विभिन्न क्रय केंद्रों के माध्यम से धान खरीद गतिमान है। जबकि शासन के निर्देश पर विभाग 72 घंटे में भुगतान का ढिढोरा पीट रहा है लेकिन हकीकत कुछ अलग है। तौल के पंद्रह से बीस दिन गुजर जाने के बाद भी किसानों का भुगतान अटका है। इन घरों में बहन-बेटियों की शादी होनी है, वह किसान खासे परेशान हैं और साहूकारों की चौखट नापने की तैयारी कर रहे हैं। किसान अधिकारियों के यहां दिनभर चक्कर लगाते मिले। लेकिन तौले गए धान का भुगतान नहीं किया जा रहा। एक नवंबर से पहले 82 केद्रों में धान की तौल हुई। विगत 8 दिन से 72 केंद्रों में धान की तौल की जा रही है। जिला खाद्यय विपणन अधिकारी अविनाश कुमार झा कहना था कि तौले गए धान का भुगतान तेजी से कराया जा रहा है। कहा कि तौले गए धान के शीघ्र भुगतान के लिए नेफेड, यूपीएसएस व मंड़ी खरीद एजेंसी को नोटिस भी गई है। स्थिति पर एक नजर
किस एजेंसी का कितना बकाया
मार्केटिग- 17.20 करोड़
पीसीएफ- 26.15 करोड़
नेफेड- 8.84 करोड़
यूपीएसएस- 1.90 करोड़
मंडी- 4.06 करोड़
एफसीआइ- 12 लाख
नोट- 18 करोड़ रुपये 72 घंटे के अंतराल का बकाया है।