छोटे उद्योगों को रफ्तार देने के लिए मिले पैकेज
जागरण संवाददाता फतेहपुर कोरोना संक्रमण के दौरान मुश्किल में आए छोटे उद्योगों के सा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कोरोना संक्रमण के दौरान मुश्किल में आए छोटे उद्योगों के सामने रफ्तार पकड़ने का संकट खड़ा हो गया है। चौडगरा, मलवां व सौंरा औद्योगिक क्षेत्र में संचालित अस्सी से अधिक छोटे व मध्यम उद्यमियों की निगाह केंद्र सरकार के बजट पर टिक गई है। उद्यमियों की चाहत यह है कि प्रोत्साहन पैकेज देकर छोटे उद्योगों को संजीवनी दी जाए। कोरोना काल में एक साल दौरान उत्पादन में भारी कमी आ गई है, जिसकी भरपाई अभी तक नहीं हो पा रही है। जीएसटी समेत केंद्र व प्रदेश सरकार के अन्य टैक्स को लेकर उद्यमी चितित है, वह कहते हैं कि बाजार को संभालने में अभी समय लग सकता है। सरकार की ओर से उद्यमियों को जो राहत दी जा रही है उससे कहीं अधिक की दरकार है। पूंजी के अभाव में छोटे उद्योग पहले की तरह रफ्तार नहीं पकड़ पा रहे है, नए उद्योग भी लगे इसके लिए सरकार को लोन मे ब्याज दर में छूट देनी चाहिए।
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बोले उद्यमी
- बजट में सरकार से अपेक्षा है कि बाजार की रौनकता लौट सके। आयकर में छूट का दायरा बढ़ना चाहिए, छोटे उद्यमियों को आ्गे बढ़ाने के लिए बजट में विशेष प्रोत्साहन पैकेज मिलना चाहिए। सत्येंद्र सिंह, चेयरमैन इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
- छोटे व मध्यम उद्योग मजबूती के साथ चले इसके लिए पूंजी के साथ सरकार से कुछ रियायत मिलने की अपेक्ष है। पुराने उद्योगों को अपटेड करने व नए उद्योग लगाने के लिए लोन के ब्याज में छूट मिलनी चाहिए। जेके झा, राधे-राधे इस्पात लिमिटेड
- कोरोना काल में छोटे व मध्यम उद्योगों के सामने आगे के संचालन की दिक्कतें खड़ी हो गई है, बजट से यह उम्मीद है कि सरकार की ओर से टैक्स जीएसटी में राहत प्रदान की जाएगी। दिनेश गोलियान , उद्यमी औद्योगिक क्षेत्र सौंरा
- कोरोना के समय उद्योगों को उत्पादन कम हो गया है, बाजार में फिर से पैठ बनाने के लिए उद्यमियों को आसान किश्तों व कम ब्याज पर ऋण दिलाया जाए। वित्तमंत्री से हम सबकों को भारी उम्मीदें हैं। मनीष सिंह , महादेव इंडस्ट्रीज मलवां