्रदुकानें बंद कराकर संगठनों ने किया विरोध
संवाद सहयोगी, खागा : एससी एसटी कानून संसोधन के विरोध में गुरुवार को सवर्ण, पिछड़े समाज सहि
संवाद सहयोगी, खागा : एससी एसटी कानून संसोधन के विरोध में गुरुवार को सवर्ण, पिछड़े समाज सहित अन्य संगठनों ने प्रदर्शन कर विधेयक वापसी की मांग बुलंद की। शहर किशुनपुर व मलवां कस्बे में व्यपारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। अधिवक्ताओं ने भी कलेक्ट्रेट में विरोध जाहिर करते हुए कार्य बहिष्कार करते हुए कहा कि इससे समाज में विघटन की स्थिति पैदा हो रही है।
भारत बंद को लेकर सुबह से पुलिस चौराहों व बाजारों में मुस्तैद रही। विधेयक का विरोध करने वाले लोग लामबंद होकर बाजार तो नहीं बंद करा पाए लेकिन इससे जुड़े लोग खुद प्रतिष्ठान बंद कर विरोध जाहिर किया। जनहित संघर्ष समिति के बैनर तले दो सैकड़ा से अधिक लोग जुलूस निकाल कर केंद्र सरकार के निर्णय को धिक्कारते हुए नारेबाजी की। राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपते हुए कहा कि शीर्ष अदालत के निर्णय के बाद सरकार ने वोट बैंक के लिए समाज को बांटने का जो कुचक्र रचा है उसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर अनुराग नारायण मिश्र, अजय अवस्थी,पंकज दीक्षित, शिवाकांत तिवारी, मोहसिन खान, उदित अवस्थी, ज्ञान प्रकाश, स्वरूपराज ¨सह जूली, रमेश कुमार द्विवेदी आदि रहे। युवा विकास समिति के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा की अगुवाई में पदाधिकारियों ने मलवां में बाजार बंद करा विधेयक का विरोध किया। राष्ट्रीय ब्राहमण युवजन पंकज दीक्षित, शशांक दीक्षित ने इसे वापस लेने की मांग की। डाक बंगले के पास लोकतंत्र सेनानियों ने युवा विकास समिति के साथ विधेयक का विरोध करते हुए वापसी की मांग बुलंद की। इस मौके पर मूलचंद पटेल, नवल मिश्रा, केपी ¨सह, शहजादे, गंगा प्रसाद आदि रहे। अधिवक्ताओं ने काम बंद रखा
- सवर्ण समाज के अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार करते हुए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर एसएसीएसटी विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि इस काले कानून से सवर्णों का उत्पीड़न होगा। मांग किया कि कानून त्वरित समाप्त किया जाए, सवर्णों को 25 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। इस मौके पर विजय शंकर शुक्ल, अर¨वद कुमार, राजन तिवारी, शिव प्रताप त्रिवेदी, आदि रहे। उधर पिछड़ी जाति व अनुसूचित जाति के अधिवक्ताओं ने कार्य वहिष्कार का विरोध करते हुए काम करने का ऐलान किया। इस मौके बाबू ¨सह यादव, सुनील उमराव, हीरालाल, जननायक सचान, बचानीलाल आदि रहे।