काम की खुली पोल, खेमकरनपुर में फिर मिला डेंगू का मरीज
जागरण टीम फतेहपुर मलेरिया टीम डेंगू के मच्छर के लार्वा को नष्ट करने पर पूरी तरह
जागरण टीम फतेहपुर : मलेरिया टीम डेंगू के मच्छर के लार्वा को नष्ट करने पर पूरी तरह से फेल है। जिन गांवों में निरोधात्मक कार्रवाई का कागजी दावा हो रहा है, वहीं डेंगू के मरीज निकल रहे हैं। चार अक्टूबर को खेमकरनपुर में डेंगू पीड़ित मिला था तब वहां मलेरिया टीम ने एंटीलार्वा छिड़काव कराने का दावा किया गया था। अभी पांच दिन भी नहीं बीते कि यहां की अंजू देवी की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है। अब जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 56 पहुंच गई है।
बढ़ रही बीमारी का मुख्य कारण मलेरिया विभाग की टीमों की झूठी रिपोर्ट है। टीमें जहां पहुंच भी नहीं रहीं वहां कागज में एंटीलार्वा के छिड़काव की रिपोर्ट दी जा रही है। स्पष्ट निर्देश है कि जहां भी गंदगी है और जल भराव है वहां मलेरिया टीम चेतावनी नोटिस जारी करे। लेकिन पूरे सीजन की बात की जाए तो विभाग ने मात्र 51 नोटिस ही दी है और अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली है। ऐसे में बीमारी को रोक पाना अब चुनौती बन गया है। शनिवार को सीएमओ डा. राजेंद्र सिंह खुद फील्ड में निकले और गांवों लगाए जा रहे मेडिकल कैंप का स्थनीय निरीक्षण किया। तीन गांवों में निकले 128 रोगी
जिले में बीमारी की रोकथाम के लिए शनिवार को कनकपुर, खेमकरनपुर, और सकूरा गांव में मेडिकल कैंप लगाए गए। कनकपुर में 53 बुखार पीड़ित मिले, जिनमें 11 के नमूने डेंगू जांच के लिए गए। इसी तरह खेमकरनपुर गांव में 26 व सकूरा में 49 बीमारों का परीक्षण कर दवाएं बांटी गई।