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शिक्षित और सहज-सरल उम्मीदवार ही हमें स्वीकार

सत्यनारायण सिंह बबलू बिदकी (फतेहपुर) पंचायत चुनाव की रणभेरी बजने के बाद अब गांव की

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 06:52 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 06:52 PM (IST)
शिक्षित और सहज-सरल उम्मीदवार ही हमें स्वीकार
शिक्षित और सहज-सरल उम्मीदवार ही हमें स्वीकार

सत्यनारायण सिंह बबलू, बिदकी (फतेहपुर)

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पंचायत चुनाव की रणभेरी बजने के बाद अब गांव की चौपालों में चुनाव की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। उम्मीदवार भले ही चुनाव में जातीय और धार्मिक रंग घोलने की कोशिश कर रहे हों, पर मतदाता का नजरिया बिल्कुल साफ है। वह ऐसा प्रतिनिधि चाहता है, जो समस्या का ठोस समाधान कराए। शिक्षित, सहज और सरल हो। जिला पंचायत से लेकर ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत की सीटों पर ताल ठोंक रहे उम्मीदवारों का मतदाताओं ने आंकलन शुरू कर दिया है। अब मतदाता को जिस उम्मीदवार को वादे पर खरा उतरने का विश्वास होगा, वह उसी को मतदान करेगा।

बिदकी से सटी जिला पंचायत सीट जाफराबाद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। इस सीट पर दलीय प्रत्याशियों के अलावा अन्य कई दिग्गज दावेदार निर्दलीय भाग्य आजमाने को मैदान में हैं। सुबह दस बजे जाफराबाद गांव के किनारे कालीजी मंदिर में चौपाल सजी थी। लोग चुनावी चर्चा में मशगूल थे। पूछने पर चौपाल में बैठे पच्चू साहू ने कहा, गांव में बरातशाला नहीं है, गांव मा बरात रुकैं की दिक्कत है। जउन भी वोट के लिए आई वहिसे पूछब बरातशाला बनवाव तौ वोट देन। वादा करी लगी कि यह झूठ नहीं बोलत आय तौ वो ओहिका ही वोट देब। इसी बीच राहुल कुशवाहा ने टोका कहा, गांव मा लो वोल्टेज रहत है, मंदिर के पास एक ट्रांसफार्मर रखि जाए तौ समस्या हल होइ जाए। अनिल कुमार, शनी साहू, विकास ने भी इनकी बातों का समर्थन किया। सुबह 11 बजे डीघ गांव पहुंचने पर नीरज यादव के दरवाजे पर कई लोग बैठे थे। यहां पर रुककर जब चुनाव के बाबत इनको कुरेदा गया तो राजेश गौतम ने बोले, कुछ नहीं वोट ओहिका देब जउन सरल स्वभाव का व मिलनसार होइ। कम से कम जीतैं के बाद भी याद तौ रखे। अमित कुमार, राकेश व आशीष बोले काम करान वाले को जितावा जाई। यहां पर ग्राम प्रधान की सीट महिला के लिए आरक्षित है। दोपहर 12 बजे फरीदपुर गांव के पास प्रदीप की दुकान में चुनावी चर्चा शुरू थी। कृपा शंकर ने कहाकि चुनाव में सही व्यक्ति को चुना जाए। पांच साल में एक बार अवसर आवत है, इसमें भी बिना किसी लालच से वोट देन का चाही। पढ़े लिखे का चुनौ तौ कुछ काम भी होइहैं। इसी बीच प्रदीप, जय प्रकाश, अशोक तिवारी व संजय वर्मा ने कहाकि सही तौ यह आइ कि चुनाव के बाद कोउ नहीं आवत आए। कुछ भी होय अच्छे व्यक्ति का चुनाव करा चाही। कम से कम काम न करै तौ बात तो सुनै। दोपहर बाद एक बजे कुंदनपुर गांव में धर्मेंद्र के दरवाजे पर चौपाल में रामबाबू, फूलचंद्र, शिवराम, शिवलाल बैठे थे। टोकने पर शिवराम बोले सब चुनाव वाले हवा मा बातैं करत हैं। सही तौ ई है कि कउनौ ठीक नहि आय, पर इनमा ही चुनै का हय।


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