'हे माई यूं न मार मुझे दे जीने का अधिकार मुझे'
जागरण संवाददाता फतेहपुर स्वंतत्रता के अमृत महोत्सव के तहत सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : स्वंतत्रता के अमृत महोत्सव के तहत सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कालेज खुशवक्तराय नगर में हुए विशाल कवि सम्मेलन में कवियों ने वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था के साथ देशप्रेम से ओतप्रोत कविताओं का पाठ किया। रायबरेली की कवयित्री सानिया सिंह ने 'हे माई यूं न मार मुझे दे जीने का अधिकार मुझे। इस प्यारी-प्यारी दुनिया का कर लेने दे दीदार मुझे।।' सुनाकर बेटी बचाओ का संदेश दिया।
कवि सम्मेलन को गति देते हुए युवा कवि नवीन शुक्ल नवीन पढ़ा 'सिपाही भारती के हैं कफन पर हिद लिखते हैं। घाव अरि वक्ष पर केहरि के ही मानिद लिखते हैं।' प्रवीण प्रसून ने हमको अभिमान है माटी पर हम लोग फतेहपुर वाले हैं, सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। वरिष्ठ कवि मधुसूदन दीक्षित ने देश की अस्मिता का रहे ध्यान जी, बस बढ़ाते चलें उसका सम्मान भी। सुनाकर देशप्रेम की अलख जगाई। नीरज पांडेय ने पढ़ा 'शांतिदूत से जब कोई हल नहीं निकलता है। तब मेरी कविता का अक्षर-अक्षर आग उगलता है।' हास्य कवि समीर शुक्ल ने 'सबै बिगड़गा ताना बाना। कण मण कण मण झइयां नाना। अइसा लागै लागै झापड़ काने मा। अब वह बात नहीं है कउनो माने मा।।' सुनाकर लोटपोट कर दिया। इसके अलावा रामकिशोर तिवारी, अभिमन्यु शुक्ल तरंग, सीमा वाजपेयी, उत्कर्ष उत्तम, महेशचंद्र त्रिपाठी ने भी काव्यपाठ किया। संचालन नीरज पांडेय ने किया। सह प्रांत प्रचारक रमेश, विभाग प्रचारक सर्वेश, राधेश्याम द्विवेदी, राकेश त्रिवेदी, आनंद स्वरूप रस्तोगी, डा. अनुराग श्रीवास्तव, गुरुमीत सिंह बग्गा, स्मिता सिंह, ब्लाक प्रमुख अमित तिवारी, दिनेश तिवारी अनुराग मिश्र, प्रधानाचार्य राजनारायण शुक्ल, रामकिशोर मिश्र, पंकज मिश्र, प्रबंधक महेंद्र शुक्ल,अध्यक्ष उज्जैन सिंह, रमाशंकर गुप्त, भोलेनाथ रस्तोगी आदि रहे।