अब नहीं फूलेंगी सांसें, आक्सीजन के पांच प्लांट देंगे सेवा
जागरण संवाददाता फतेहपुर मार्च और अप्रैल में हर दिन 15 से 20 मीट्रिक टन कोरोना संक्रमित
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : मार्च और अप्रैल में हर दिन 15 से 20 मीट्रिक टन कोरोना संक्रमित या कोरोना जैसे लक्षण वाले मरीजों पर खप रही थी, लेकिन जिले में आक्सीजन का एक भी सरकारी प्लांट नहीं था। सौंरा की मुरारी गैसेज ने इधर-उधर से आक्सीजन मंगाकर किसी तरह काम चलाया गया। तब आक्सीजन की कमी से फूलतीं सांसों ने आंसू निकाल दिए थे। इसके चलते जिले में एक नहीं बल्कि पांच प्लांट स्वीकृत हैं, जिनमें दो में आक्सीजन आपूर्ति शुरू हो गई और तीन इसी माह और शुरू होने की दशा में है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने यूं तो स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा बड़े पैमाने पर सुधारा है। पर मुख्य फोकस आक्सीजन की उपलब्धता पर रहा है। मार्च अप्रैल में भले ही लोगों को एक-एक आक्सीजन सिलिडर के लिए जूझना पड़ा था, लेकिन अब ऐसी नौबत न आए इसके लिए जनप्रतिनिधयों ने अपनी निधि तो सरकार ने अलग-अलग मदों का खजाना इस सुविधा के लिए खोल दिया है। जिला अस्पताल में पीएम कोस से 200 एलपीएम क्षमता का और जिला महिला अस्तपाल में 250 एलपीएम क्षमता का प्लांट आपदा राहत कोस से शुरू हो गया है। इन दोनों प्लांट से हर घंटे 27 हजार लीटर आक्सीजन का उत्पादन भी शुरू हो गया है। इन प्लांटों की आक्सीजन सीधे मरीजों के बेड तक जाए इसके लिए सेंट्रलाइज पाइप लाइन भी डाल दी गई है। उस समय जब दूसरी लहर का प्रकोप था तो यहां न तो प्लांट था और न ही सेट्रलाइज आक्सीजन आपूर्ति। सिर्फ किराये के सिलिडर से आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी। कहां-कहां लगे हैं प्लांट, क्या है क्षमता
अस्पताल का नाम---------क्षमता---------प्रति घंटा आक्सीजन
जिला अस्पताल पुरूष----200 एलपीएम----12 हजार लीटर
जिला महिला अस्पताल--250 एलपीएम----15 हजार लीटर
सीएचसी बिदकी---------300 एलपीएम-----18 हजार लीटर
सीएचसी हथगाम-------200 एलपीएम------12 हजार लीटर
सीएचसी हरदों---------200 एलपीएम-------12 हजार लीटर जिले में पहले एक भी सरकारी आक्सीजन प्लांट नहीं था, पर अब जिला स्पताल पुरुष व महिला में एक-एक प्लांट शुरू हो चुके हैं। सीएचसी बिदकी, हथगाम व हरदों में निर्माणाधीन है, इनकी शुरूआत इसी माह हो जाएगी। इसके बाद जिले में आक्सीजन की कमी नहीं होगी।
डा. राजेंद्र सिंह, सीएमओ