हरियाली की आस को लील गई विभाग की लापरवाही
संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद (फर्रुखाबाद) : 'वृक्ष धरा का हैं आभूषण, करते दूर प्रदूषण', 'तपती धरत
संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद (फर्रुखाबाद) : 'वृक्ष धरा का हैं आभूषण, करते दूर प्रदूषण', 'तपती धरती करे पुकार, पेड़ लगाओ पेड़ लगाओ' की धूम के बीच स्वतंत्रता दिवस पर जनपद में पौधारोपण से आस थी कि हरियाली भी खूब होगी। पर इस आस को अधिकारियों की लापरवाही लील गई। स्थिति यह है कि पौधरोपण स्थलों पर सूखे ठूंठ बने पौधों के बीच आवारा मवेशी चरते नजर आते हैं।
शासन के निर्देश पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मोहम्मदाबाद -ताजपुर मार्ग पर नगर पंचायत की दो एकड़ भूमि पर तीन हजार पौधे रोपने का अभियान चलाया गया था। नगर विकास सचिव जीएस प्रियदर्शी, डीएम मोनिका रानी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर माननीयों तक पौधों के साथ फोटो सेशन में शामिल हुए थे। जिले के आंकड़ों पर अधिकारियों ने खुद अपनी पीठ थपथपाई और 10,68,516 पौधे लगाने की रिपोर्ट भी शासन को भेजकर जिम्मेदारी का निर्वहन पूरा कर लिया। महज तीन माह बाद ही 10 लाख पौधों की यह हरियाली इतिहास बन गई।
डीएम के आदेश भी नहीं करा सके काम
पौधरोपण के बाद डीएम ने नगर पंचायत कर्मियों को एक सप्ताह के अंदर पौधरोपित भूमि के आसपास कंटीले तार व सिंचाई करने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके नगर पंचायत कर्मियों के कानों पर जूं नहीं रेंगी। तार न लगने से दूसरे दिन से ही आवारा पशु पौधों को नुकसान पहुंचाने लगे वहीं, ¨सचाई के अभाव में सभी पौधे सूखते गए। अब पौधों के स्थान पर केवल ठूंठ बचे हैं।
''मामले में संबंधित नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से रिपोर्ट तलब की जाएगी। अन्य पौधरोपण स्थलों की भी जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। ग्राम्य विकास विभाग और पंचायतीराज विभाग ने अभी तक पौधरोपण साइट्स की जिओटै¨गग नहीं की है, इस मामले में जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है।''
- एके उपाध्याय, जिला वन अधिकारी
यह था पौधरोपण का लक्ष्य
विभाग - संख्या
वन विभाग - 23300
ग्राम्य विकास - 150750
कृषि विभाग - 12060
नगर विकास - 6030
उद्यान विभाग - 6030
कुल पौधरोपण - 1068516