Move to Jagran APP

नारायण पुरवा को नहीं मिला गंदगी से छूटकारा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सदर पालिका के मोहल्ला नारायण पुरवा के निवासियों पर ऊपर न

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 06:16 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 06:16 PM (IST)
नारायण पुरवा को नहीं मिला गंदगी से छूटकारा
नारायण पुरवा को नहीं मिला गंदगी से छूटकारा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सदर पालिका के मोहल्ला नारायण पुरवा के निवासियों पर ऊपर न घर के रहे न घाट के वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। हालात यह हैं कि सदर नगर पालिका स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रही है। इस मोहल्ले का आलम यह है कि यहां न तो अभियान चल रहा है और न ही यहां पर सफाई व्यवस्था के अंजाम में लाई जा रही है। जिससे लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। यहां के लोगों का साफ कहना है कि नगर पालिका में शामिल होने के चलते गांवों की सुविधाओं से हम वंचित हो गए हैं।

loksabha election banner

शहर के पश्चिम दिशा में बसे इस मोहल्ले के हालात बेहद खराब हैं। यहां सड़क पर गंदा पानी उफनाता हुआ मिलेगा और खाली स्थानों पर कूड़े के बड़े-बड़े ढेर पड़े दिखाई दे जाएंगे। वर्ष 1965 में गांवों का दर्जा खत्म करके सदर पालिका में शामिल करा दिया गया था। इसके बाद से मोहल्ला बने नारायण पुरवा के विकास की जिम्मेदारी सदर नगर पालिका प्रशासन के जिम्मे है। गांव की मिश्रित आबादी हर पांच साल में सभासद चुनती है लेकिन शहर के सभासद होने के चलते इस मोहल्ले का अभी तक सम्यक विकास नहीं हो पाया है। सफाई के लिए लोगों को खुद झाड़ू फावड़ा उठाना पड़ता है। मवेशी पालन से भी गंदगी का अंबार

मोहल्ले में रहने वाले लोग जहां जीविकोपार्जन के लिए मेहनत मजदूरी कर रहे हैं वहीं इसके साथ ही मवेशी पालन को भी साधन बना रखा है। मवेशी पालन के चलते पूरे मुहल्ले में गोबर का ढेर लगा हुआ मिल जाएगा। बरसात के दिनों में गोबर की सड़ांध ने जीना मुहाल कर दिया है। इसके साथ ही गंदगी लोगों को परेशान किए रहती है। पालिका प्रशासन समस्या के प्रति कतई संजीदा नहीं दिखाई देती है। - विकास के नाम पर करोड़ों रुपये बहाए जाते हैं लेकिन नारायण पुरवा के साथ अन्याय हो रहा है। - राजू

- सफाई के लिए सरकारी सुविधा पूरी तरह से ठप है, खुद के कंधों पर यह जिम्मेदारी निभाई जा रही है। -फुल्लन

- चुनाव के समय समस्याएं प्रतिनिधियों को याद रहती हैं, चुनाव खत्म तो फिर कोई झांकने नहीं आता है। -अमर ¨सह -शिकायतों को नगर पालिका प्रशासन और जिला प्रशासन ध्यान नहीं देता है। जिसके चलते दिक्कत हो रही है। -राजा निषाद

...

-सभासद की जिम्मेदारी है कि वह प्रमुख समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर प्रस्ताव बनाकर भेजे। बीते सालों के में क्या हुआ है इससे कोई मतलब नहीं है लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। मोहल्ले के विकास के लिए योजना बनाई जाएगी। रही बात तो सफाई की तो वह जल्द ही अभियान में शामिल करके कराई जाएगी। - नजाकत खातून, चेयरमैन नगर पालिका


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.