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बिचौलिए उठा रहे समर्थन मूल्य का लाभ

केस 1- धाता के किसान राम स्वरूप वर्मा 50 क्विंटल धान लेकर मंडी समिति में तौल कराने तीन दिन पह

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 05:28 PM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 05:48 PM (IST)
बिचौलिए उठा रहे समर्थन मूल्य का लाभ
बिचौलिए उठा रहे समर्थन मूल्य का लाभ

केस 1- धाता के किसान राम स्वरूप वर्मा 50 क्विंटल धान लेकर मंडी समिति में तौल कराने तीन दिन पहले आए थे, लेकिन अभी तक प्रभारी तौल नहीं कराई। जिसमें नमी व टूटन अधिक बताकर लेने से इंकार कर रहे है। किसान ने इसकी शिकायत डीएम से की है। कहा कि शासन के समर्थन मूल्य का लाभ किसान नहीं उठा पा रहे हैं, जबकि व्यापारी मनमाने तरीके से तौल कराके लाभ ले रहे हैं। केस-2 बसोहनी गांव के शिवपूजन तिवारी ट्रैक्टर में धान लादकर असोथर क्रय केंद्र गए और नैफेड के केंद्र में तौल कराने के लिए धान उतारा। जिसमें हाईब्रीड बताकर धान की तौल कराने ने प्रभारी ने मना कर दिया। इन्होंने डिप्टी आरएमओ से इसकी शिकायत की है। जिन्होंने तौल कराने आश्वासन दिया है, लेकिन तौल नहीं की जाती है। तौल में लगे व्यापारी सत्यापन में खेल करके शासन के समर्थन मूल्य का लाभ उठा रहे हैं।

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जागरण संवाददाता, फतेहपुर : किसानों का नहीं व्यापारियों का धान पहले तौला जा रहा है। इसकी वजह है कि व्यापारी लेखपाल से सत्यापन कराके ले धान की फसलों के दस्तावेज ले आते हैं और साटगांठ का लाभ उठाने में कामयाब हो जाते हैं। इसमें प्रशासनिक अधिकारी अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं। जिससे किसान धान की तौल कराने में पिस रहे है। कई केंद्रों का स्थलीय जायजा लिया गया। जिसमें दो एक बजे तो तौले गए गेहूं का आंकड़ा कम मिला है, लेकिन शाम 6 बजे के बाद चार गुना बढ़ जाता। जिसमें बिदकी, जहानाबाद,हथगाम, मऊदेव, मो. गौती, असोथर, लमेहट, गाजीपुर, विजईपुर, धाता, बुधरारामऊ, बसोहनी, हुसेनगंज समेत 53 क्रय केंद्र बताए गए है। जिनमें सांठगाठ के खेल से धान की तौल हो रही है। इन केंद्रों में किसान तौल कराने के लिए आते और तौल कराने के जद्दोजहद करते है।

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डीएम के निर्देश पर जिन केंद्रों में तौल करने में किसानों को तंग किया जा रहा है। उनमें छापेमारी की जा रही है और सत्यापन की जांच की जाती है। वही इसकी रिपोर्ट विभागीय समेत प्रशासनिक अधिकारियों को प्रतिदिन भेजी जाती है।

- रमेश कुमार, डिप्टी आरएमओ


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