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महंगाई की मार से बिगड़ा रसोई का बजट

जागरण संवाददाता फतेहपुर गैस सिलिंडर गैस में लगातार बढ़ोतरी के चलते रसोई संचालन करने

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 06:02 PM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 06:02 PM (IST)
महंगाई की मार से बिगड़ा रसोई का बजट
महंगाई की मार से बिगड़ा रसोई का बजट

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : गैस सिलिंडर गैस में लगातार बढ़ोतरी के चलते रसोई संचालन करने वाली महिलाएं चितित हो उठी हैं। उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि किस तरह से संतुलन बनाएं। महंगाई की मार झेल कर परिवार को व्यंजन परोसने वाली महिलाओं को सिलिडर के दामों में बढ़ोतरी रास नहीं आ रही है। महिलाओं का आरोप है कि सरकार महंगाई पर रोक नहीं लगा पा रही है। जिसका प्रमाण पखवारे भर में दो बार 100 रुपये की बढ़ोतरी है। सिलिडर में लगातार बढ़ोतरी ने महिलाओं के माथे पर चिता की लकीरें उभार दी हैं। दो बार बढ़ोतरी के बाद सिलिडर सात सौ 19 रुपये 50 पैसे जा पहुंचा है।

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- दिसंबर माह में एक पखवारे में पहली बार 50 रुपये 2 तारीख को और फिर 14 तारीख को 50 रुपये बढ़ा दिए गए हैं। जिससे एक माह में 100 रुपये का अतिरिक्त भार रसोई पर पड़ा है। अनुराधा बाजपेयी - सरकार महंगाई रोकने में पूरी तरह से विफल है। रसोई गैस में दाम बढ़ाकर आम जनता को महंगाई की

आग में झोंकने का काम किया गया है। इससे गृहस्थी चरमरा गई है। कमलेश देवी - अभी तक सिलिडर के दाम 10 30 रुपये तक बढ़ा करते थे। अब सरकार झोली भरने के लिए 50-50 रुपये बढ़ा रही है। एक माह में दो बार में 100 रुपये बढ़ा दिए गए हैं। पूनम गुप्ता - सिलिडरों के दामों में नियंत्रण में सरकार विफल है। कोरोना काल के शुरुआत से लेकर अभी महंगाई व्यापक असर रसोई में देखने को मिला है। सरकार को इस पर रोक लगानी चाहिए। रेखा देवी


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