ँँफतेहपुर के खागा की रामलीला में राज गद्दी में विराजे प्रभु श्रीराम, गाजे-बाजे के साथ किया गया राज्याभिषेक
संवाद सहयोगी खागा सुर-संगीत की धुन और जय-श्रीराम के जयघोष हर किसी को राम भक्ति में स
संवाद सहयोगी, खागा :
सुर-संगीत की धुन और जय-श्रीराम के जयघोष हर किसी को राम भक्ति में सराबोर कर रहा था। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गाजे-बाजे के बीच शंख ध्वनि बजी तो पांडाल गुंजित हो उठा। प्रभु राम गद्दी पर बिराजे तो आशीष लेने के लिए आयोजकों समेत भक्तों की कतार लग गयी। श्रद्धा के साथ हर्ष प्रकट करते हुए भक्तों ने पुष्प बरसाए। यह ²श्य था कस्बे की प्राचीन अयोध्या मंदिर रामलीला का। इसी के साथ रामलीला का समापन हो गया।
लीला मंचन में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम, माता जानकी, अनुज लक्ष्मण तथा भक्त हनुमान के साथ राजमहल पहुंचते हैं। विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ प्रभु श्रीराम को राज्याभिषेक किया जाता है। पंडाल में मौजूद दर्शकों ने जयश्रीराम का जयघोष करते हुए भगवान की झांकी पर पुष्प वर्षा कर खुशी जाहिर की। कार्यवाहक अध्यक्ष केके मिश्र व कमेटी के अमित पांडेय, संजय गुप्त, राजाराम अग्रहरि, विमलेश पांडेय, पुनीत पांडेय आदि लोगों द्वारा राम दरबार की आरती उतारते हुए दर्शकों का आभार व्यक्त किया गया। कमेटी द्वारा मंडलाधीश सुरेश पांडेय को सम्मानित किया गया। कार्यवाहक अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिस प्रकार आयोजन को सूक्ष्म किया गया, उसमे नगर व ग्रामीणांचल से आने वाले दर्शकों ने पूरा सहयोग किया। कहा कि मेला रद्द होने के बावजूद रावण वध के दिन जिस प्रकार का जनसमूह देखने को मिला, निश्चित ही उससे कमेटी पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से प्रभु श्रीराम के आदर्शो को आत्मसात करने की अपील की। तेरह दिवसीय रामलीला के आखिरी दिन तक लीला मंचन देखने के लिए पंडाल में बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।