आइपी कैमरों से होगी खनिज वाहनों की निगरानी
जागरण संवाददाता फतेहपुर घाटों में सीसीटीवी कैमरा व तौल मशीन लगाने के बाद भी गिट्टी व
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : घाटों में सीसीटीवी कैमरा व तौल मशीन लगाने के बाद भी गिट्टी व मौरंग की ओवरलोडिग थम नहीं रही। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग ने खनिज परिवहन वाले मुख्य मार्गो में आइपी कैमरा से निगरानी के प्रयास शुरू कर दिए है। इन कैमरों का कमांड सेंटर मुख्यालय लखनऊ से जुड़ा रहेगा। जिले में बांदा-कानपुर मार्ग व बांदा-टांडा मार्ग में यह कैमरा लगाए गए है। नवंबर माह से आइपी कैमरा की निगरानी में ही खनिज वाहन निकाले जाएंगे।
खनिज परिवहन में बांदा, हमीरपुर, महोबा, फतेहपुर समेत मध्यप्रदेश के जिलों से भारी संख्या में ओवरलोड वाहन सड़कों में दौड़ रहे है। जिला स्तर में ओवरलोड रोकने के लिए बनी समिति के बाद ही ओवरलोड रूक नहीं रहा है। भूतत्च एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने तकनीकी संसाधनों के माध्यम से रोकने की पहल की है। हर खनिज वाहन को रिकार्ड मुख्यालय के कमांड सेंटर में रहे इसके लिए आइपी कैमरा लगाए गए है। यूपी डेस्को के माध्यम से तकनीकी संरचना तैयार की जा रही है। मुख्य मार्ग में लटकते इन कैमरों में निकलने वाले वाहन की नंबर प्लेट स्कैन हो जाएगी। वाहन में मौरंग व गिट्टी की मात्रा फोटो के साथ कैमरा के माध्यम से कमांड सेंटर में दिखाई पड़ेगी। आनलाइन चेकिग सेंटर के माध्यम से ओवर लोडेड वाहनों पर कार्रवाई तय हो जाएगी।
' खनिज परिवहन की निगरानी अब सीधे खनन निदेशालय के कमांड सेंटर से की जाएगी। जिले में अधिकृत संस्था ने बांदा-कानपुर मार्ग में ललौली के समीप बंधवा व बांदा-टांडा मार्ग मे बहुआ के पास कैमरा लगाए है। जो अगले माह से काम करना शुरू कर देंगे। ' मिथलेश पांडेय, जिला खनिज अधिकारी